कैट और स्वदेशी जागरण मंच की राष्ट्रव्यापी मुहिम का भोपाल में भव्य समापन, “हर घर स्वदेशी” का गूंजा संकल्प
स्वदेशी से आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ा जन–आंदोलन

भोपाल में यह यात्रा मानसरोवर कॉलेज से न्यू मार्केट तक विशाल रैली के रूप में निकाली गई। मार्गभर नागरिकों और व्यापारियों का उत्साह देखते ही बनता था। न्यू मार्केट के व्यापारियों ने पुष्पवर्षा कर यात्रा का ऐतिहासिक स्वागत किया, जिससे पूरा वातावरण स्वदेशी भावना से सराबोर हो गया।
समापन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री दुर्गादास उइके, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल तथा विधायक भगवानदास सबनानी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
केंद्रीय मंत्री दुर्गादास उइके ने अपने संबोधन में कहा कि स्वदेशी केवल आर्थिक नीति नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा से जुड़ा आंदोलन है। इससे न केवल स्थानीय उद्योगों को बल मिलेगा, बल्कि रोजगार सृजन और सामाजिक सशक्तिकरण को भी नई दिशा मिलेगी।

प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने व्यापारियों से आह्वान किया कि वे स्वदेशी को अपने व्यापार का मूल मंत्र बनाएं और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को जन–आंदोलन का स्वरूप दें।
विधायक भगवानदास सबनानी ने कहा कि स्वदेशी अपनाने से स्थानीय उत्पादों की मांग बढ़ेगी और भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में और अधिक सशक्त भूमिका निभाएगा।
कार्यक्रम के दौरान मंचासीन अतिथियों और व्यापारियों ने विदेशी उत्पादों के बहिष्कार तथा स्वदेशी अपनाने की सामूहिक शपथ ली। शपथ के समय सभागार “हर घर स्वदेशी” के उद्घोष से गूंज उठा।

कार्यक्रम का संचालन कैट भोपाल के जिला अध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा ने किया। उन्होंने भोपाल में “स्वदेशी मार्ट” स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इससे देशभर के स्वदेशी उत्पाद एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगे और आम नागरिक स्वदेशी को व्यवहारिक रूप में अपना सकेंगे।
इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच से केशव बुधौलिया, सुधीर दाते, सीमा भारद्वाज तथा कैट से सुनील अग्रवाल, राजीव खंडेलवाल, सुनील जैन (501), तेजकुलपाल सिंह पाली, हरीश ज्ञानचंदानी, मनीष अग्रवाल, मंजरी श्रीवास्तव सहित न्यू मार्केट के प्रमुख व्यापारी प्रतिनिधि और नागपुर से आए अतिथि विशेष रूप से उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकों और व्यापारियों की सहभागिता ने आयोजन को सफल बनाया।
“हर घर स्वदेशी – घर–घर स्वदेशी” के प्रेरक संकल्प के साथ संपन्न यह अभियान देशवासियों से अपील करता है कि वे स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर देश की आर्थिक मजबूती में सहभागी बनें और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सक्रिय योगदान दें।






