67वें ग्रैमी अवॉर्ड्स में भारतीय मूल की चंद्रिका टंडन ने जीता अवॉर्ड
लॉस एंजिल्स
67वें ग्रैमी अवॉर्ड्स से हम भारतीयों के लिए भी एक खुशखबरी है। भारतीय मूल की अमेरिकी बिजनस वुमन और म्यूजिशियन चंद्रिका टंडन को यह प्रतिष्ठित अवॉर्ड मिला है। रविवार को चंद्रिका टंडन के एल्बम 'त्रिवेणी' को 67वें ग्रैमी अवार्ड्स से नवाजा गया है। यह जीत इसलिए भी खास है कि 'त्रिवेणी' एल्बम में प्राचीन मंत्रों को वर्ल्ड म्यूजिक के साथ मिलाया गया है। 71 साल की चंद्रिका टंडन ने 'बेस्ट न्यू एज, एम्बिएंट ऑर चैंट एल्बम' कैटेगरी में ट्रॉफी जीती है। इस एल्बम में सात म्यूजिकल ट्रैक हैं, जो 'ध्यान' यानी मेडिटेशन की यात्रा पर ले जाते हैं। चंद्रिका इसे 'आंतरिक उपचार' कहती हैं।
तीन नदियों के संगम के नाम पर बने इस एल्बम में सदियों पुराने वैदिक मंत्रों की प्रस्तुति है। इसके लिए चंद्रिका टंडन ने दक्षिण अफ्रीकी बांसुरी वादक वाउटर केलरमैन और जापानी सेलिस्ट इरु मात्सुमोतो साथ मिलकर काम किया है। लॉस एंजिल्स में रविवार को प्रतिष्ठित पुरस्कार पाने के बाद चंद्रिका ने कहा, 'संगीत प्रेम है, संगीत हम सभी के भीतर प्रकाश जगाता है। हमारे सबसे बुरे दिनों में भी संगीत खुशी और हंसी फैलाता है।'
कौन हैं ग्रैमी जीतने वालीं चंद्रिका टंडन
चंद्रिका टंडन का जन्म चेन्नई के एक पारंपरिक और रूढ़िवादी मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ है। उनकी एक पहचान ये भी है कि वह ग्लोबल बिजनस लीडर और 'पेप्सिको' की पूर्व चेयरमैन इंद्रा नूई की बड़ी बहन हैं। चंद्रिका ने मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से पढ़ाई की। उनका पूरा नाम चंद्रिका कृष्णमूर्ति टंडन है। बचपन से ही चंद्रिका और इंद्रा संगीत के माहौल में पली-बढ़ी हैं। उनके परिवार की परंपरा में कर्नाटक संगीत, सामवेद की शिक्षा, वैदिक मंत्रों का पाठ है।
इंद्रा नूई की बड़ी बहन, अमेरिका में बिजनस लीडर हैं चंद्रिका
इंद्रा नूई ने 12 साल तक सीईओ के तौर पर 'पेप्सिको' का नेतृत्व किया और दुनिया की 50 सबसे शक्तिशाली बिजनस वुमन बनीं, वहीं च्रंदिका टंडन मशहूर मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म McKinsey में पहली भारतीय-अमेरिकी महिला पार्टनर बनीं। इसके साथ ही उन्होंने न्यूयॉर्क में टंडन कैपिटल एसोसिएट्स फर्म की शुरुआत भी की, जो कंपनियों के री-स्ट्रक्चर का काम करती है।
चंद्रिका टंडन की एजुकेशन और शादी
चंद्रिका टंडन ने भारत के सबसे अग्रणी मैनेजमेंट संस्थान IIM, अहमदाबाद से मास्टर्स की डिग्री ली है। वह आज एक ग्लोबल बिजनस लीडर और अपने दान-पुण्य के काम के लिए भी जानी जाती हैं। चंद्रिका ने अपने पति रंजन के साथ मिलकर 2015 में न्यूयॉर्क स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग को 100 मिलियन डॉलर का दान दिया।
चंद्रिका टंडन की संगीत शिक्षा
चंद्रिका ने शास्त्रीय गायिका शुभ्रा गुहा और गायक गिरीश वज़लवार से संगीत की शिक्षा ली है। सबसे पहले साल 2010 में उनके एल्बम 'ओम नमो नारायण: सोल कॉल' को भी ग्रैमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेशन मिला था।
अनुष्का शंकर, रिकी केज और राधिका भी थे नॉमिनेट
दिलचस्प है कि इस साल 67वें ग्रैमी अवॉर्ड्स में भारतीय मूल के रिकी केज, सितार वादक अनुष्का शंकर और भारतीय मूल की ब्रिटिश कलाकार राधिका वेकारिया को भी नॉमिनेशन मिला था। अनुष्का शंकर, अब तक लगभग 11 बार ग्रैमी नॉमिनेशन पा चुकी हैं। हालांकि, वह इस बार भी यह अवॉर्ड नहीं जीत पाईं। जबकि पंडित रविशंकर की दूसरी बेटी और उनकी सौतेली बहन नोरा जोन्स ने अपने नौवें स्टूडियो एल्बम 'विज़न' के लिए बेस्ट ट्रेडिशनल पॉप वोकल एल्बम का ग्रैमी अवॉर्ड जीता।