देवास में मतदान करने के लिए युवाओं को प्रेरित करने आयोग ने किया प्रयोग
देवास
जरा पता करो दया, कौन वोट देने नहीं जा रहा…, देख रहा है बिनोद… और आप लड़का हो लड़की ये इंपोर्टेंट नहीं जैसे चर्चित संवाद शहर में लगे पोस्टरों पर नजर आ रहे हैं। मतदान करने के लिए युवाओं को प्रेरित करने के लिए ये पोस्टर अलग-अलग स्थानों पर लगे दिखते हैं। पोस्टरों पर चर्चित वेब सीरिज मिर्जापुर, पंचायत और टीवी धारावाहिक सीआइडी के दृश्य दिख रहे हैं। सारी कवायद जिले में शत-प्रतिशत मतदान के लिए की जा रही है।
मिर्जापुर और पंचायत जैसी वेबसीरिज के दृश्यों व संवादों को मतदान के लिए प्रेरित करने के संवादों में बदला गया है। इस प्रकार के कई मीम्स वाले पोस्टर शहर में लगाए गए हैं। इन पोस्टरों से युवा मतदाताओं को आकर्षित करने का लक्ष्य है। खास बात यह है कि जहां भी यह पोस्टर लगे हैं, वहां लोग इनकी सराहना भी रहे हैं। इन पोस्टरों के माध्यम से विशेषकर युवा वर्ग को रिझाने का प्रयास किया जा रहा है।
देख रहे हो बिनोद
पोस्टर में बनाए गए मीम्स में उन संवादों का चयन किया गया है, जो ज्यादा चर्चित रहे हैं। जैसे मिर्जापुर वेब सीरिज में कालीन भैया के संवाद को इस प्रकार लिखा गया है कि वह रोचक हो गया है। पोस्टर पर लिखा गया है कि, आप लड़का हो लड़की ये इंपोर्टेंट नहीं है, वोट देना है, ये इंपोर्टेंट है। इसी प्रकार पंचायत वेब सीरिज के संवाद देख रहा है बिनोद का भी रचनात्मक उपयोग किया गया है। पोस्टर में लिखा गया है कि, देख रहा है बिनोद, कैसे सारे काम छोड़कर वोट दिया जा रहा है।
पोस्टर और मीम्स का सहारा
टीवी धारावाहिक सीआइडी के जरा पता करो दया संवाद का भी रचनात्मक उपयोग कर लिखा गया है कि, जरा पता करो दया, कौन वोट देने नहीं जा रहा है। इसी प्रकार के अन्य पोस्टरों व मीम्स का सहारा भी लिया जा रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ रैली व अन्य आयोजन भी जिलेभर में किए जा रहे हैं।
स्वीप अधिकारियों ने किया नवाचार
शहर में वेब सीरिज के पोस्टरों का निर्वाचन में प्रयोग पहली बार देखा गया है। दरअसल विभिन्न ओटीटी पर आने वाली वेब सीरिज के प्रति युवाओं में अधिक दीवानगी है। इसी को देखते हुए जिपं सीईओ व स्वीप अधिकारी हिमांशु प्रजापति ने नया प्रयोग किया और अलग-अलग वेब सीरिज के संवादों पर पोस्टर छपवाए गए। कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि लगातार नए प्रयोग कर कोशिश हो रही है कि ज्यादा से ज्यादा मतदाता मतदान के लिए प्रेरित हों और शत-प्रतिशत मतदान करवाया जा सके।