दादरी-छलेरा से सूरजपुर तक खत्म होगा ट्रैफिक जाम, एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर

नोएडा

भंगेल एलिवेटेड रोड अगले कुछ महीने में बनकर तैयार हो जाएगी. यदि सबकुछ ठीक रहा तो लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एलिवेटेड रोड की एक लेन खोल दी जाएगी. जुलाई-अगस्त 2024 तक एलिवेटेड रोड पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगी. दादरी (दादरी, सूरजपुर, छलेरा) पर एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. 8 जून 2020 को शुरू हुआ एलिवेटेड रोड के बनने से दिल्ली एनसीआर के लाखों लोगों को फायदा होगा.

प्राधिकरण और सेतु निगम के बीच आपसी सहमति से अतिरिक्त 139 करोड़ रुपए लागत तय की जा चुकी है. इसके अलावा 30 करोड़ रुपए का भुगतान दो लूप बनाने के लिए किया जाएगा. अभी तक एलिवेटेड रोड की कुल लागत 468 करोड़ रुपए तय है. सेतु निगम स्टील की मात्रा बढ़ने पर उसकी 97 करोड़ रुपए लागत और अन्य निर्माण सामग्री के रेट बढ़ने के लिए 48 करोड़ रुपए प्राधिकरण से अतिरिक्त मांग रहा था. अब अथॉरिटी और सेतु निगम के बीच 97 करोड़ के अलावा 48 की बजाए 42 करोड़ रुपए देने पर सहमति बनी. सहमति बनने पर नोएडा प्राधिकरण ने अक्तूबर व नवंबर महीने में 15 करोड़ रुपए भी दे दिए. पिछले सप्ताह करीब 10 करोड़ रुपए का भुगतान भी कर दिया था जिसके बाद सेतु निगम ने मौके पर काम शुरू करा दिया.

अभी नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे पर धीरे-धीरे ट्रैफिक प्रभावित होना शुरू हो गया है. नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे पर जाम लगने पर यह एलिवेटेड रोड उसका विकल्प साबित होगा. चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी व कालिंदी कुंज से आकर एक्सप्रेसवे होते हुए ग्रेनो की तरफ जाने वाले वाहन चालक एलिवेटेड रोड का इस्तेमाल कर चंद मिनटों में ग्रेनो के सूरजपुर तक पहुंच सकेंगे. यहां से मंजिल की ओर जा सकते हैं.

करोड़ अतिरिक्त लागत बढ़ गई

एलिवेटेड रोड का काम शुरू होते समय दो लूप बनने ही प्रस्तावित थे लेकिन बाद में सेवन एक्स के लोगों की मांग पर दो अतिरिक्त लूप बनाने का फैसला नोएडा अथॉरिटी ने लिया. अब सेक्टर-49 हनुमान मूर्ति और सेक्टर-107 की ओर भी लूप बनाया जाएगा. इनको बनाने में लगभग 30 करोड़ रुपए का खर्चा आएगा. लूप बनाने के लिए जल्द टेंडर जारी कर दिया जाएगा. यह खर्च तय की गई नई लागत 607 करोड़ रुपए से अतिरिक्त होगा. ऐसे में एलिवेटेड रोड को बनाने में लगभग 637 करोड़ रुपए के आसपास खर्चा आएगा.

लागत विवाद की वजह से इसका काम बंद पड़ा था. नोएडा अथॉरिटी अधिकारियों का दावा है कि अब इसका काम तेजी से चल रहा है. अभी पिलर नंबर-60, 122 और 145 पर पियर कैप बनाने का काम चल रहा है. पूरे ट्रैक पर करीब 12 पियर कैप होने बाकी रह गए है. कुल 145 बनने हैं. एलिवेटेड रोड के बनने से भंगेल-सलारपुर के बीच ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी. उल्लेखनीय है कि इस एलिवेटेड रोड का निर्माण आठ जून 2020 से चल रहा है. अनुबंध के तहत एलिवेटेड रोड का काम 7 दिसंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाना चाहिए था. ऐसे में अभी पूरी तरह एलिवेटेड रोड तैयार होने में लगभग एक साल का समय लगेगा.

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