6 दिन और 351 करोड़… खत्म हुई भारत की सबसे बड़ी रेड, नोट गिनने में लगे थे 300 अधिकारी

नई दिल्ली
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और बिजनेसमैन धीरज साहू के ठिकानों पर चल रही आयकर विभाग की कार्रवाई मंगलवार को पूरी हो गई. 6 दिन पहले झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में धीरज साहू के 9 ठिकानों पर छापा मारा गया था और तलाशी ली गई थी. छापेमारी में कुल 351 करोड़ रुपये मिले हैं. यह कार्रवाई एक रिकॉर्ड बन गई है. किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में अबतक की सबसे ज्यादा नकदी बरामद की गई है. आयकर विभाग ने छापेमारी की जानकारी प्रवर्तन निदेशालय को दे दी है. अब इस पर ईडी की जांच होने की संभावना है.

बलांगीर और टिटिलागढ़ से 310 करोड़ नकद मिले. मुख्य रूप से बलांगीर और टिटिलागढ़ में शराब की भट्टियों से भारी नकदी जब्त की गई. मामले की जांच चल रही है. साहू ग्रुप पर टैक्स चोरी का आरोप लगा हुआ है. इसी कड़ी में बीते 6 दिसंबर को छापेमारी की कार्रवाई शुरू हुई थी. अधिकारियों ने कुल 176 बैग में नकदी को रखा था. नकदी की गिनती के काम में इनकम टैक्स और अलग-अलग बैंकों की करीब 80 अधिकारियों की 9 टीमें जुटी थीं. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘भारत में, ‘मनी हीस्ट’ स्टोरी की जरूरत किसे है, जब आपके पास कांग्रेस पार्टी है, जिसकी डकैतियां 70 वर्षों से प्रसिद्ध हैं और गिनती में आने वाली हैं!’

बता दें कि धीरज साहू के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन किया था और संसद भवन के परिसर में भी विरोध किया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक करीब 40 मशीनों से नोटों की गिनती की गई थी. कुछ अन्य जगहों के अलावा जब नकदी से भरी 10 अलमारियां मिलीं तो सुरक्षा कर्मी, ड्राइवर और अन्य कर्मचारी सहित 200 अधिकारियों की एक और टीम को शामिल किया गया. अधिकांश नकदी ओडिशा में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े परिसरों से बरामद की गई है.

छापेमारी के दौरान इनकम टैक्स की जांच टीम ने मामले के संबंध में कंपनी के अलग-अलग अधिकारियों और अन्य लोगों के बयान दर्ज किए. कुछ कैश साहू के पार्टर्स के घर मिला है. बता दें कि कथित तौर पर धीरज साहू का परिवार एक प्रमुख शराब निर्माण कारोबार में शामिल है और वो ओडिशा में ऐसी कई फैक्ट्रियों के मालिक हैं. वहीं इतनी भारी मात्रा में कैश बरामद होने पर कांग्रेस पार्टी ने भी धीरज साहू का साथ छोड़ दिया है.

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