मुक्त व्यापार समझौते से ओमान में भारतीय निर्यात को बढ़ावा मिलेगा : जीटीआरआई रिपोर्ट

मुक्त व्यापार समझौते से ओमान में भारतीय निर्यात को बढ़ावा मिलेगा : जीटीआरआई रिपोर्ट

नई दिल्ली
भारत और ओमान के एक व्यापक मुक्त व्यापार समझौते पर पहुंचने से गैसोलीन, लोहा तथा इस्पात, इलेक्ट्रॉनिक और मशीनरी जैसे 3.7 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य के 83.5 प्रतिशत से अधिक भारतीय सामानों को ओमान में बढ़ावा मिलेगा।

एक रिपोर्ट में  यह बात कही गई।

शोध संस्थान ग्लोबल ट्रेड रिप्रोच इनिशिएटिव (जीटीआरआई) द्वारा तैयार की गई 'इंडिया-ओमान सीईपीए: गेटवे टू मिडिल ईर्स्टन मार्केट्स एंड बियॉन्ड' के अनुसार, इन वस्तुओं पर वर्तमान में ओमान में पांच प्रतिशत आयात शुल्क लगता है।

भारत और ओमान के बीच व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर बातचीत जारी हैं। समझौते पर पहुंचने से दोनों देश अपने बीच सहमत अधिकतम वस्तुओं पर सीमा शुल्क को काफी कम या समाप्त किया जा सकता है।

रिपोर्ट में कहा गया, नए व्यापार समझौते से प्रमुख निर्यात वस्तुएं जैसे मोटर गैसोलीन (1.7 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात), लोहा व इस्पात उत्पाद (23.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निर्यात), इलेक्ट्रॉनिक (13.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर), मशीनरी (12.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर), एल्यूमीनियम ऑक्साइड (12.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर), कपड़ा (11 करोड़ अमेरिकी डॉलर), एल्यूमिना कैलक्लाइंड (10.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर), प्लास्टिक (6.4 करोड़ अमेरिकी डॉलर), बिना हड्डी का मांस ( पांच करोड़ अमेरिकी डॉलर), आवश्यक तेल (4.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर) और मोटर कार ( 2.8 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निर्यात) पर शुल्क समाप्त होने से बेहद फायदा होगा।

हालांकि, इसमें कहा गया कि भारत से ओमान को निर्यात किए जाने वाली करीब 16.5 प्रतिशत वस्तुओं को इस समझौते से अतिरिक्त फायदा नहीं मिलेगा। इनका करीब 80 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निर्यात होता है और इन वस्तुओं की पहले से ही शुल्क-मुक्त पहुंच है। इनमें गेहूं (4.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निर्यात), बासमती चावल (12.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर), फल, सब्जियां (7.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर), दवाएं (7.6 करोड़ अमेरिकी डॉलर), मछली (1.37 करोड़ अमेरिकी डॉलर), चाय, कॉफी (1.77 करोड़ अमेरिकी डॉलर) शामिल हैं।

जीटीआरआई के सह-संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा, '' शुल्क उन्मूलन से अधिकतर भारतीय निर्यात को मदद मिलेगी हालांकि ओमान के बाजार में महत्वपूर्ण वृद्धि उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार पर भी निर्भर करेगी।''

उन्होंने कहा कि भारत मुक्त व्यापार समझौते के बाद अपने निर्यात में भारी वृद्धि की उम्मीद कर सकता है, क्योंकि वर्तमान में उसका 80 प्रतिशत से अधिक सामान औसतन पांच प्रतिशत आयात शुल्क पर ओमान जाता है।

 

वैश्विक स्तर पर भारत में 2024 मार्च तिमाही में भर्तियों की सबसे अधिक संभावना: सर्वेक्षण

नई दिल्ली
भारत में अगले तीन महीनों में कॉर्पोरेट जगत में भर्तियों की संभावना वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक है। एक सर्वेक्षण में यह बात कही गई।

'मैनपावरग्रुप एम्प्लॉयमेंट सर्वे' के अनुसार, 37 प्रतिशत नियोक्ता घरेलू मांग की स्थिति के बीच अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।

विभिन्न क्षेत्रों के करीब 3,100 नियोक्ताओं के सर्वेक्षण में भारत में नेट एम्प्लॉयमेंट आउटलुक (एनईओ) 41 देशों में सबसे अधिक है।

मैनपावरग्रुप के भारत एवं पश्चिम एशिया के प्रबंध निदेशक संदीप गुलाटी ने कहा, '' घरेलू मांग में उछाल और भारत को एक आकर्षक अर्थव्यवस्था बनाने के लिए निजी निवेश का प्रवाह जारी है। राजनीतिक क्षेत्र में स्थिरता के साथ, प्रगतिशील भारत एक सपना नहीं बल्कि एक वास्तविकता है।''

सर्वेक्षण के अनुसार, भारत और नीदरलैंड ने नेट एम्प्लॉयमेंट आउटलुक (एनईओ) सबसे अधिक 37 प्रतिशत रहा। इसके बाद कोस्टा रिका तथा अमेरिका 35 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर हैं और मेक्सिको 34 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर रहा।

वित्त तथा रियल एस्टेट में सबसे अधिक 45 प्रतिशत और उसके बाद सूचना प्रौद्योगिकी में 44 प्रतिशत तथा उपभोक्ता सामान व सेवाओं में 42 प्रतिशत भर्तियों की संभावना है।

गुलाटी ने कहा, '' सर्वेक्षण काम के लिहाज से बदलती दुनिया को दर्शाता है जहां कंपनियां बदलाव के चरण में हैं लेकिन उन लोगों की कमी है जिनमें वांछित कौशल हो।''

टाटा मोटर्स ने नवंबर में अभी तक की सबसे अधिक मासिक खुदरा बिक्री की दर्ज

नई दिल्ली
 टाटा मोटर्स ने त्योहारी सीजन में स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों की मजबूत मांग के दम पर नवंबर में अभी तक की सबसे अधिक मासिक खुदरा बिक्री दर्ज की। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।

टाटा मोटर्स यात्री वाहन के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने 'पीटीआई-भाषा' के साथा बातचीत में बताया कि मोटर वाहन निर्माता की नवंबर में खुदरा बिक्री करीब 53,000 इकाई रही। यह इस साल अक्टूबर की तुलना में आठ प्रतिशत और नवंबर 2022 की बिक्री की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक है।

कंपनी ने इस वर्ष 47 दिन की त्योहारी अवधि में मजबूत बिक्री की। इसमें करीब 79,374 इकाइयों का पंजीकरण हुआ, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है।

चंद्रा ने कहा, '' हमारा त्योहारी सीजन बेहद अच्छा रहा। इसका श्रेय मैं मुख्य तौर पर हमारे नए वाहनों फेसलिफ्टेड नेक्सॉन, हैरियर, सफारी और आईसीएनजी रेंज को दूंगा। इसलिए वाहन पंजीकरण या वास्तविक बिक्री जैसा कि हम इसे कहते हैं अभी तक की सर्वाधिक रही। ''

उन्होंने कहा कि यात्री वाहन खंड चालू वित्त वर्ष में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज करने को तैयार है और उद्योग को 40 लाख संचयी बिक्री का आंकड़ा पार करने की उम्मीद है।

 

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