अरुण साव, विजय शर्मा ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ, कभी जाना पड़ा था
रायपुर.
अरुण साव ने छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली है। वे अभी तक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। साल भर पहले ही इनको यह जिम्मेदारी दी गई थी। अरुण साव ने कम समय में पूरे प्रदेश का दौरा किया और कार्यकर्ताओं को मजबूत किया। विधानसभा चुनाव में इसके परिणाम देखने को मिला। वह छत्तीसगढ़ में कमल खिलाने में सफल रहे। केंद्रीय नेताओं ने भी साव के काम का सराहना की है।
अरुण साव का राजनीतिक सफर सफर देखा जाए तो वह छात्र जीवन से ही अपनी राजनीति की शुरुआत कर दी थी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े हुए थे। अरुण साव साल 2019 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद बने थे। वहीं, इस बार लोरमी विधानसभा से टिकट दिया गया था, जहां साव ने जीत हासिल की। भारतीय जनता पार्टी में प्रदेश का ओबीसी चेहरा होने की वजह से उपमुख्यमंत्री पद दिया है। अरुण साव मुंगेली से ग्रेजुएशन और बिलासपुर से कानून की डिग्री ली। इस दौरान वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में भी सक्रिय रहे। 1990 में एबीवीपी की मुंगेली जिला यूनिट के अध्यक्ष बने। इसके बाद एबीवीपी की राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य भी रहे। 1996 में अरुण साव ने भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयूमो) के साथ अपने करियर की शुरुआत की। साव छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की और राज्य के महाघिवक्ता के कार्यालय में उन्होंने काफी समय तक काम किया। विजय शर्मा ने प्रदेश के दूसरे डिप्टी सीएम बने हैं। विजय शर्मा ने बुधवार को डिप्टी सीएम के पद पर शपथ ग्रहण की है। वहीं, विजय शर्मा को डिप्टी सीएम बनाए जाने के बाद से नगर में पटाखे फोड़कर जश्न मनाया जा रहा है। विजय शर्मा ने हाल में हुए चुनाव में कांग्रेस के कद्दावर मंत्री मोहम्मद अकबर को 40 हजार वोटों से हराया था।
विजय शर्मा हिंदुत्व को लेकर पूरे प्रदेश में चर्चा में रहे हैं। 2021 में कवर्धा में हुए झंडा विवाद के बाद दंगा फैल गया था। इसी दंगा को लेकर विजय शर्मा को जेल जाना पड़ा था। इस मामले को लेकर भाजपा ने खूब उठाया था। शर्मा की राजनीति सफर का शुरुआत छात्र जीवन से हुई है। साल 1989 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता रहे हैं। इस दौरान कवर्धा नगर इकाई के सहसंयोजक का दायित्व भी संभाला है। इसके बाद 1993 में वे छात्र संगठन में सक्रिय रहे। वह 2004 में भाजयुमो कबीरधाम जिला के जिला अध्यक्ष रहे। उनका राजनीतिक कद बढ़ाता गया और 2011 में उन्होंने जिला महामंत्री की कमान संभाली। वे दो बार के जिला पंचायत सदस्य भी रहे हैं। साल 2016 में प्रदेश अध्यक्ष युवा मोर्चा छत्तीसगढ़ की कमान संभाली। डिप्टी सीएम शर्मा का राजनीतिक सफर यहीं खत्म नहीं हुआ वह और निरंतर आगे बढ़ते गए। फिर उन्हें भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के प्रदेश मंत्री बनाया गया। इसके बाद प्रदेश महामंत्री बनाया गया। विधानसभा चुनाव 2023 में भारतीय जनता पार्टी ने कबीरधाम विधानसभा सीट से डिप्टी सीएम विजय शर्मा को टिकट दिया। उनके सामने कांग्रेस के दिग्गज नेता मोहम्मद अकबर थे, उनको पटखनी देते हुए विजय शर्मा ने जीत हासिल की है। इनका नाम डिप्टी सीएम के लिए पहले से ही चर्चा में था। इसके बाद आज मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह के दौरान विजय शर्मा ने दूसरे उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की।
शैक्षणिक योग्यता
छत्तीसगढ़ के दूसरे उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा शैक्षणिक योग्यता देखा जाए तो उन्होंने एमसीए किया है। इसके साथ ही उन्होंने इंग्लिश में डिप्लोमा भी किया है और एमएससी भी की है।