एवीजी लॉजिस्टिक्स को भारतीय रेलवे से 150 करोड़ रुपये का ठेका मिला

एवीजी लॉजिस्टिक्स को भारतीय रेलवे से 150 करोड़ रुपये का ठेका मिला

नई दिल्ली
एवीजी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड को भारतीय रेलवे से पार्सल कार्गो एक्सप्रेस ट्रेन (पीसीईटी) के पट्टे के लिए 150 करोड़ रुपये का ठेका मिला है। बेंगलुरु को पंजाब के लुधियाना से जोड़ने वाली यह विशेष ट्रेन अगले छह वर्षों में हर हफ्ते एक चक्कर पूरा करेगी। यह 72 घंटे में यात्रा पूरी करेगी।

कंपनी द्वारा शेयर बाजार को दी जानकारी में एवीजी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संजय गुप्ता ने कहा, ‘‘इस ठेके से 150 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करने से न केवल हमारे राजस्व में वृद्धि होगी, बल्कि ऐसी कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को शुरू करने तथा हमारे वित्त प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए हमें प्रेरणा भी मिलेगी।''

कंपनी ने कहा कि लुधियाना उसके रेलवे नेटवर्क में एक अमूल्य योगदान है, जो कपड़ा बाजार तथा साइकिल विनिर्माण के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा। कंपनी की देश भर में 50 से अधिक पूरी तरह से स्वचालित शाखाएं हैं। यह सड़क तथा रेल परिवहन, रीफर्स, कोल्ड चेन और वेयरहाउसिंग खंड में सेवाएं देने में माहिर हैं।

भारत में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां नवंबर में एक साल के निचले स्तर पर: पीएमआई

नई दिल्ली
 भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधियां नवंबर में एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गईं। नए आर्डर मिलने और काम पूरा करने की धीमी रफ्तार के कारण यह गिरावट आई है। एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई है।

मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल भारत सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक नवंबर में एक साल के निचले स्तर 56.9 पर पहुंच गया। यह अक्टूबर में 58.4 था। मासिक आधार पर गिरावट के बावजूद, विस्तार की दर इसके दीर्घकालिक औसत से अधिक मजबूत है।

खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों में विस्तार से और 50 से कम अंक का आशय संकुचन से होता है। सर्वेक्षण सेवा क्षेत्र की करीब 400 कंपनियों को भेजे गए प्रश्नावली के जवाबों पर आधारित है।

एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की एसोसिएट निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा, ‘‘भारत के सेवा क्षेत्र ने तीसरी वित्त तिमाही के मध्य में ही वृद्धि की गति खो दी, हालांकि हम सेवाओं की मजबूत मांग देख रहे हैं जिससे नए आर्डर मिलने और काम पूरा करने की गति बढ़ेगी।''

कीमतों की बात करें तो कच्चे माल और काम पूरा करने की दरें आठ महीने के निचले स्तर पर फिसल गईं। रोजगार के मोर्चे पर सेवा कंपनियों ने कारोबार के मुख्य तौर पर स्थिर स्तर पर रहने से नई भर्तियां रोकी हैं। इस बीच एसएंडपी ग्लोबल इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट सूचकांक नवंबर में 57.4 रहा, जो अक्टूबर में 58.4 था।

भारत 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा:एसएंडपी

नई दिल्ली
 भारत 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और वित्त वर्ष 2026-27 में देश की जीडीपी वृद्धि सात प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने  यह बात कही।

'ग्लोबल क्रेडिट आउटलुक 2024' में एसएंडपी ने मार्च 2024 (2023-24) तक वित्त वर्ष में 6.4 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि देखी, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 7.2 प्रतिशत थी। रेटिंग एजेंसी के अनुसार, वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष (2024-25) में 6.9 प्रतिशत पर पहुंचने से पहले 6.4 प्रतिशत बनी रहेगी और 2026-27 में सात प्रतिशत पर पहुंच जाएगी।

एजेंसी ने कहा, ‘‘हम वित्त वर्ष 2026-27 में भारत की वृद्धि दर सात प्रतिशत तक पहुंचते हुए देख रहे हैं। भारत 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है और हमें उम्मीद है कि यह अगले तीन वर्षों में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होगी।'' भारत वर्तमान में अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।

 

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