मऊगंज हिंसा के विरोध में बंद का आह्वान, बवाल के विरोध में रीवा में बंद का व्यापक असर…

रीवा
मध्य प्रदेश के मऊगंज हत्याकांड के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। वहीं, गांव में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती है। पुलिस अब तेजी से कार्रवाई कर रही है। मऊगंज पुलिस ने अभी तक 20 लोगों को हिरासत में लिया है। साथ ही उनसे पूछताछ कर रही है। अब तक कुल छह आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और तलाशी अभियान चल रहा है।
मुख्य रूप से रीवा शहर के शिल्पी प्लाजा में ब्राह्मण संगठन के कार्यकर्ताओं ने बीच सड़क पर बैठकर आवागमन रोक दिया और नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी दुकानें बंद कराने के लिए बाजारों में घूम रहे हैं। हालांकि, कुछ इलाकों में दुकानें बंद हैं, तो कुछ जगह दुकानें खुली हुई हैं।
सख्त कार्रवाई, पीड़ित परिवार को सहायता की मांग प्रदर्शनकारी युवक और पुलिसकर्मी की हत्या के आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। साथ ही, मृतक युवक के परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी देने की मांग की गई है।
स्थिति को देखते हुए पुलिस ने शिल्पी प्लाजा और अन्य संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया है। दो थाना प्रभारी और हेलमेट, जैकेट और लाठी-डंडों से लैस जवान मौके पर मौजूद हैं।
बोले- हम न्याय के लिए प्रदर्शन कर रहे अखिल भारतीय ब्राह्मण संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्रा ने कहा, "अगर किसी आदिवासी की हत्या होती है, तो मुख्यमंत्री संवेदना व्यक्त करते हैं, लेकिन ब्राह्मण युवक की हत्या पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। हम न्याय चाहते हैं।"
रॉयल राजपूत संगठन के संभाग अध्यक्ष अर्जुन सिंह गहरवार ने कहा, "मऊगंज की घटना से आम जनता में आक्रोश है। रीवा पूरी तरह से बंद रहेगा। हम न्याय के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।"
पुलिस को खबर मिली थी कि आदिवासी परिवार एक युवक को बंधक बनाकर पीट रहा है। उसी को बचाने टीआई अपनी टीम के साथ गए थे।
प्रशासन की अपील: कानून व्यवस्था बनाए रखें आईजी साकेत पांडे और कमिश्नर वीएस जामोद ने प्रदर्शनकारियों से बात की और न्याय का आश्वासन दिया। फिलहाल, प्रदर्शनकारी मुख्य बाजार से शिल्पी प्लाजा की ओर कूच कर रहे हैं। पुलिस स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
एएसआई की हो गई थी हत्या
बता दें कि मऊगंज जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया था जब दो पक्षों में हुए विवाद के बाद एक युवक को आदिवासियों ने बंधक बना लिया था. उसे बचाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक टीम को भी गांव के आदिवासियों ने बंधक बनाकर हमला कर दिया. इस घटना से जहां SAF जवान ASI की मौत हो गाई है, वहीं शाहपुर थाना प्रभारी हनुमान तहसीलदार समेत 8 अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्हें इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था. वहीं जिस युवक को प्रशासनिक टीम बचाने पहुंची थी आदिवासियों ने उसकी भी हत्या कर दी थी. घटना के बाद मऊगंज कलेक्टर ने एहतियातन धारा 163 लागू कर दिया गया.