अमेरिका में फिर सिर उठाने लगा है बैंकिंग संकट, बैंक शेयर की कीमत रसातल में

न्यूयॉर्क

अमेरिका में बैंकिंग संकट एक बार फिर सिर उठाने लगा है। एआई से जुड़े शेयरों में जहां काफी तेजी देखी जा रही है, वहीं बैंकिंग शेयरों में गिरावट दिख रही है। पिछले साल सिग्नेचर बैंक को खरीदने वाले न्यूयॉर्क कम्युनिटी बैंक की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। सोमवार को इसके शेयरों में 23 फीसदी से अधिक गिरावट आई और यह 2.73 डॉलर पर बंद हुआ। यह 1996 साल के बाद इसका न्यूनतम स्तर है। इस बैंक के एसेट्स 100 अरब डॉलर से ज्यादा है और इसकी पूरे अमेरिका में सैकड़ों शाखाएं हैं। बैंक को चौथी तिमाही में 26 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है और उसने 70% डिविडेंड काट लिया है। न्यूयॉर्क कम्युनिटी बैंक के शेयरों में आई गिरावट का असर दूसरे बैंकों पर भी देखने को मिला। वैली नेशनल बैंक का शेयर 5.6 फीसदी गिरावट के साथ बंद हुआ। साथ ही KBW Regional Banking Index भी 0.7% की गिरावट के साथ बंद हुआ।

बैंक ने हाल में कहा कि उसने अपने सिस्टम में मटीरियल वीकनेस की पहचान की है। इन कारणों से पिछली तिमाही में शेयरहोल्डर्स को 2.4 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था। लगातार आ रही गिरावट से बैंक के शेयर की कीमत अब कूड़ा रह गई है। निवेशक तेजी से बैंकिंग शेयरों से पिंड छुड़ा रहे हैं जिससे इसमें गिरावट आ रही है। समस्या यह है कि बैंक टर्म फंडिंग प्रोग्राम कुछ ही दिन में एक्सपायर हो रहा है। इससे निवेशकों में खलबली मची है और बैंक के डूबने की आशंका बढ़ गई है। अच्छी बात यह है कि इसका 60 फीसदी एसेट्स एफडीआईसी इंश्योरेंस में कवर्ड है। करीब एक साल पहले अमेरिका में कई बड़े बैंक डूब गए थे।

अमेरिका में पिछले साल दो बैंक डूब गए थे और एक डूबने के कगार पर पहुंच गया था। यह अमेरिका में एसेट्स के हिसाब से 2008 के बाद सबसे बड़ा बैंकिंग संकट था। साल 2008 में अमेरिका में 25 बैंक डूबे थे जिनका कंबाइंड एसेट 374 अरब डॉलर था। पिछले साल सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक डूबे थे जिनका कंबाइंड एसेट 319 अरब डॉलर था। साथ ही फर्स्ट रिपब्लिक बैंक भी डूबने के कगार पर पहुंच गया था। साल 2022 में अमेरिकी बैंकों को 620 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था। महंगाई पर काबू करने के लिए अमेरिकी फेड रिजर्व जिस तरह ब्याज दरों को बढ़ाया था, उससे बैंकों की हालत खस्ता हो गई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button