धार भोजशाला में बसंत पंचमी उत्सव की धूम, मां वाग्देवी पूजन से हुई शुरुआत, छावनी बना पूरा शहर
धार
मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित मां सरस्वती मंदिर भोजशाला में 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर्व मनाया जा रहा है। बसंत पंचमी पर ऐतिहासिक भोजशाला में मां वाग्देवी जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। इसे लेकर भोजशाला परिसर को भगवा पताकाओं से सजाया गया है। साथ ही, यज्ञकुंड में आहुतियां दी जा रही है। यज्ञकुंड को गोबर से लीपकर आकर्षक सजावट की गई है। 3 फरवरी को बसंत पंचमी के साथ तीन दिनी बसंतोत्सव की भी शुरूआत हो गई।
सूर्योदय के साथ ही भोजशाला में मां वाग्देवी की पूजा का क्रम शुरू हो चुका है। दिनभर में हजारों लोग मां वाग्देवी के दर्शन के लिए पहुंचेंगे। साथ ही, यज्ञ में आहुतियां भी दी जाएगी। बसंतोत्सव के तहत लालबाग से मां वाग्देवी की शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें हजारों भक्त सहभागिता करेंगे। शोभायात्रा प्रमुख मार्गों से होते हुए भोजशाला पहुंचेगी। जहां पर महाआरती के बाद धर्मसभा का आयोजन होगा।
जोर शोर पर हुई तैयारियां
भोज उत्सव समिति द्वारा आयोजित बसंतोत्सव के तहत धर्मसभा में इस बार संत उत्तम स्वामी जी शामिल होने के लिए धार पहुंच रहे है। शोभायात्रा में शामिल होने के बाद वे धर्मसभा को संबोधित करेंगे। आयोजन को लेकर पूरे शहर को भगवा पताकाओं से सजाया गया है। वहीं सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए है। रविवार को भोजशाला में भी दिनभर साज-सज्जा का दौर चलता रहा। इधर, मोतीबाग चौक पर धर्मसभा के लिए टेंट लगाए गए। साथ ही, भगवा पताकाओं को पूरे परिसर में सजाया गया। वहीं, मातशक्ति द्वारा भी अपने स्तर पर तैयारियां की गई।
ये होंगे आयोजन
पहला दिन : भोजशाला परिसर में बसंत पंचमी पर सुबह 7 बजे से मां सरस्वती यज्ञ शुरु हुआ। जबकि, सुबह 11 बजे उदाजीराव चौराहा लालाबाग से मां वाग्देवी शोभायात्रा निकलेगी। वहीं, दोपहर 12.30 बजे धर्मसभा होगी। इसमें मुख्य वक्ता महर्षि उत्तम स्वामीजी महाराज रहेंगे। दोपहर 1.30 बजे महाआरती और शाम 5.50 बजे यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ आरती होगी।
दूसरा दिन : 4 फरवरी को सुबह 8.55 बजे मंगलवार को मां सरस्वती मंदिर भोजशाला में नियमित सत्याग्रह होगा। दोपहर 2.30 बजे मातशक्ति सम्मेलन होगा। मुख्य अतिथि धर्मजागरण प्रांत सह संयोजिका भारती दीदी होंगे। रात 8 बजे भजन संध्या होगी। इसमें भजन सम्राट द्वारका मंत्री भजनों की प्रस्तुतियां देंगी।
तीसरा दिन : 5 फरवरी को रात 9 बजे अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन होगा। जबकि 6 फरवरी को कन्या पूजन के साथ समापन होगा।
सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
इधर, आयोजन को लेकर पुलिस भी पुख्ता बंदोबस्त कर चुकी है। सुरक्षा को लेकर भोजशाला के मुख्य द्वार से लेकर परिक्रमा मार्ग तक बैरिकेड्स लगाए गए हैं। दर्शन के लिए आने वाले लोग इन बैरिकेड्स से होकर गुजरेंगे। साथ ही, 70 से अधिक सीसीटीवी कैमरे भी चप्पे-चप्पे की निगरानी के लिए लगाए गए हैं। यहां अस्थाई थाना भी बनाया गया है। जहां से अधिकारी पूरे क्षेत्र की निगरानी रख सकेंगे। सुरक्षा के नोडल अधिकारी एएसपी डॉ इंद्रजीत बाकलवार हैं। भोजशाला समेत 200 मीटर के इलाके को आज से पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
पड़ोसी जिलों से भी बुलवाया गया बल
सोमवार सुबह यज्ञ के साथ ही दर्शन के लिए आने वाले लोगों का क्रम शुरू हो गया है। ऐसे में सुबह 6 बजे से ही पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। रविवार दोपहर के समय एसपी मनोज कुमार सिंह और कलेक्टर प्रियंक मिश्रा भी कर्मचारियों को ड्यूटी को लेकर दिशा-निर्देश दिए। भोजशाला में सुरक्षा की दृष्टि से 9 राजपत्र अधिकारी, 19 थाना प्रभारी समेत 700 से अधिक का पुलिसबल ड्यूटी कर रहा है। यही नहीं, पड़ोसी जिलों से भी जरूरत के हिसाब से पुलिसबल धार भोजशाला परिसर में तैनात किया गया है। शोभायात्रा से लेकर धर्मसभा और परिक्रमा मार्ग को चार सेक्टरों में बांटा गया है।
ऊंची इमारतों से रखी जा रही निगरानी
शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरेगी, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल होंगे। ऐसे में यात्रा मार्ग की 20 हाईराइज बिल्डिंगों पर भी पुलिस जवान तैनात किए जा रहे हैं। साथ ही शहर के 34 चिन्हित स्थानों पर भी सुबह से लेकर शाम तक फिक्स पाईंट बनाए गए हैं। वहीं, 10 बाइक पुलिस टीम नगर के भीतरी हिस्से व चार मोबाइल पुलिस वाहन बाहरी हिस्से में लगातार भ्रमण कर हर गतिविधि पर नजर रख रही हैं। यात्रा और धर्मसभा में महिलाएं भी शामिल होती हैं, जिसके चलते महिला पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।