अपोलो में ब्रेन ट्यूमर का इलाज अब 30 मिनटों में, मरीज़ सर्जरी के दिन ही जा सकेंगे घर
नईदिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल (Apollo Hospital) में ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए मिनटों में होने वाली अत्याधुनिक सर्जरी पर काम शुरू हो चुका है. यह पहला मौका है, जब दक्षिण एशिया में ब्रेन ट्यूमर बीमारी के इलाज पर इस तरह से काम शुरू किया गया है. इस तकनीक की शुरुआत रेडियो सर्जरी प्लेटफॉर्म ZAP-X ने की है. इसके जरिए ब्रेन ट्यूमर का इलाज मरीज को बिना दर्द दिए बहुत ही कम रेडिएशन के साथ आधे या एक घंटे में मुमकिन हो सकेगा.
अपोलो अस्पताल ग्रुप के चेयरमैन डॉ प्रताप सी रेड्डी ने बताया कि जायरोस्कोपिक लाइनर एक्सेलरेटर के जरिए ट्यूमर पर सीधा लेजर टारगेट किया जाता है. बिना किसी दर्द और चीर-फाड़ के कुछ ही वक्त में इलाज संभव हो जाता है. इस तकनीक से इलाज के दौरान हॉस्पिटल में ज्यादा रुकना भी नहीं पड़ता है और इसमें किसी भी तरह के इन्फेक्शन का खतरा नहीं होता है.
दुनिया में सिर्फ पांच जगहों पर ऐसा…
ZAP-X के सीईओ और न्यूरो सर्जरी के प्रोफेसर जॉन आर एडलर ने बताया कि सर्जरी के बाद मरीज जल्दी ही अपने रोजमर्रा के कामकाज कर सकता है. दुनिया भर में पांच जगहों पर ही इस तरह की सुविधा है, जिनमें एक लाख अस्सी हजार से ज्यादा सफल सर्जरी की जा चुकी हैं.
डॉ रेड्डी के मुताबिक अपोलो ग्रुप दस हजार बिस्तरों वाले हॉस्पिटल में हर साल 25 हजार से ज्यादा न्यूरो सर्जरी करता है, जिनमें 6000 से ज्यादा ब्रेन और रीढ़ को हड्डी के मामले होते हैं. उन्होंने आगे बताया कि इस सर्जरी में भी पारंपरिक नियमित ब्रेन ट्यूमर सर्जरी जितना लगभग पांच से आठ लाख रुपए का खर्च आता है. इस सर्जरी के लिए अमेरिका में 4 हजार से 15 हजार डॉलर तक का खर्च आता है.