पाकिस्तान में धांधली और छिटपुट हिंसा के आरोपों के बीच संपन्न आम चुनाव को लेकर मतगणना जारी

इस्लामाबाद
पाकिस्तान में धांधली और छिटपुट हिंसा के आरोपों के बीच संपन्न आम चुनाव को लेकर मतगणना जारी है। हर मतपत्र की गिनती के साथ अगली सरकार के गठन के लिए प्रस्तावित पावर-शेयरिंग फॉर्मूले पर फोकस बढ़ता जा रहा है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के बीच गठबंधन हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल ऐसा लग रहा है कि पीएमएल-एन को 80-90 सीटें, पीपीपी को 60 के आसपास और निर्दलीयों को 40 सीटें मिल सकती हैं। जानकारों का कहना है कि यह स्थिति देश की शक्तिशाली सेना को मजबूत कर सकती है। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ फिर से किनारे लगाए जा सकते हैं, जो सैन्य सत्ता को चुनौती देते रहे हैं। ऐसे में उनके भाई शहबाज शरीफ के फिर से प्रधानमंत्री बनने की संभावना बढ़ जाती है।

अगर यह प्लान सफल रहा तो नई कैबिनेट कुछ इस तरह दिखेगी…
राष्ट्रपति – पीपीपी से
प्रधानमंत्री – पीएमएल-एन से (अगर पीएमएल-एन को अच्छी संख्या मिली तो शहबाज या नवाज शरीफ)
नेशनल असेंबली में विपक्षी नेता – बिलावल भुट्टो
चेयरमैन सीनेट – पीएमएल-एन से
वित्त मंत्री – अहसान इकबाल
पंजाब प्रांत – पीएमएल-एन और सीएम मरियम नवाज
सिंध प्रांत – पीपीपी
बलूचिस्तान प्रांत – गठबंधन सरकार
खैबर पख्तूनख्वा – PTI के निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ सत्ता।

PTI समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को बढ़त, बिगड़ेगा खेल?
इस बीच, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी की ओर से समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को बढ़त मिलती दिख रही है। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ECP) ने अब तक नेशनल असेंबली के 61 नतीजों की घोषणा की है, जिसमें पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को 22 सीट पर जीत मिली है। पीपीपी ने भी 22 सीट पर जीत हासिल की जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने 17 सीट जीतीं। जिन बड़े नेताओं ने जीत हासिल कर ली है उनमें पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ, उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ, शहबाज शरीफ के बेटे हमजा शहजाद और शरीफ की बेटी मरियम नवाज शामिल हैं। PTI नेताओं गौहर अली खान और असद कैसर ने जीत हासिल की। पीपीपी नेता आसिफ अली जरदारी और उनके बेटे बिलावल भी अपनी-अपनी सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं। अगर पीटीआई के समर्थन वाले उम्मीदवारों को ज्यादा सीटें मिलीं तो फॉर्मूला बिगड़  सकता है।

नेशनल असेंबली की 336 सीट में से 266 पर मतदान
पाकिस्तान में इस चुनाव के लिए दर्जनों दल मैदान में उतरे हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI), तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग (PML-N) और बिलावल जरदारी भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के बीच है। नेशनल असेंबली की 336 सीट में से 266 पर ही मतदान कराया जाता है लेकिन बाजौर में हमले में 1 उम्मीदवार की मौत हो जाने के बाद सीट पर मतदान स्थगित कर दिया गया था। अन्य 60 सीट महिलाओं के लिए और 10 अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं और ये जीतने वाले दलों को आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर आवंटित की जाती हैं। नई सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 265 सीट में से 133 सीट जीतनी होंगी।

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