मनोकामनाएं पूरी करने के लिए करें प्रदोष व्रत

प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जो भगवान शिव को समर्पित है. माना जाता है कि इस व्रत को करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. इस व्रत को विवाहित महिलाएं ही बल्कि कुंवारी लड़कियां भी रख सकती हैं. विशेष रूप से कुंवारी लड़कियां इस व्रत को मनचाहा वर पाने के लिए करती हैं. प्रदोष व्रत करने से कुंवारी लड़कियों को मनचाहा वर मिलने की मान्यता है. यह व्रत सुखी वैवाहिक जीवन के लिए भी किया जाता है. भगवान शिव की कृपा से कुंवारी लड़कियों की अन्य मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं. प्रदोष व्रत का धार्मिक महत्व भी है. यह भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का प्रतीक है.

पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 12 दिसंबर को रात 10 बजकर 26 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 13 दिसंबर को शाम 07 बजकर 40 मिनट पर होगा. इस आधार पर 13 दिसंबर 2024 को मार्गशीर्ष मास का अंतिम प्रदोष व्रत रखा जाएगा. 13 दिसंबर 2024 को प्रदोष व्रत की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 26 मिनट से शाम 07 बजकर 40 मिनट तक रहेगा.

प्रदोष व्रत करने का सही तरीका
    सबसे पहले कुवांरी कन्याएं प्रदोष काल में स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
    शिवलिंग पर जल चढ़ाएं व बेलपत्र अर्पित करें और धूप-दीप जलाएं.
    “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें.
    प्रदोष काल में कुछ भी न खाएं-पीएं.
    प्रदोष काल के बाद ही भोजन करें.
    गरीबों और जरूरतमंदों को दान अवश्य दें.

इन बातों का रखें ध्यान
    सोमवार का प्रदोष विशेष महत्व रखता है. इस दिन शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं.
    मंगल दोष से पीड़ित लड़कियों के लिए भौम प्रदोष का व्रत बहुत लाभदायक होता है.
    शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं.
    प्रदोष व्रत करते समय मन में किसी प्रकार का नकारात्मक विचार न लाएं.

प्रदोष व्रत एक शक्तिशाली उपाय है जो कुंवारी लड़कियों को मनचाहा वर दिलाने में मदद कर सकता है. इस व्रत को करने से न केवल वैवाहिक जीवन सुखमय होता है बल्कि जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी सफलता मिलती है.

यदि आपने किसी कामना को पूरा करने के लिए सोमवार का व्रत रखा है तो इस दिन भगवान शिव की पूजा के दौरान उन्हें गंगाजल, भांग, बेलपत्र, धतूरा, दूध आदि अर्पित करें. इसके अलावा, पूजा करते समय ॐ नम: शिवाय मंत्र का जाप अधिक से अधिक बार करें. सोमवार पूजा में दान-दक्षिणा का भी बहुत महत्व होता है.

जीवन में नहीं आती हैं मुश्किलें
मान्यता है कि इस दिन किसी ब्राह्मण को काले तिल और कच्चे चावल का दान करें. ऐसा करने से पितृ दोष से जुड़ी परेशानियां समाप्त हो जाती हैं. माना यह भी जाता है कि इससे घर की दरिद्रता दूर होती है और सकारात्मकता आती है. यदि आप पिछले कई दिनों से आर्थिक परेशानी से जूझ रहें हैं तो प्रदोष व्रत की पूजा के ये उपाय अवश्य करें. इस दिन शिव भक्त स्फटिक से बने शिवलिंग की सफेद चंदन से पूजा करें. माना जाता है कि इससे महादेव के साथ माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं और आपकी आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं.

 

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