धार्मिक स्थलों के सर्वे पर फारूक अब्दुल्ला ने जताई आपत्ति, ‘मैंने अल्लाह से कहा है की हमें मुश्किलों से निकाले’
श्रीनगर।
धार्मिक स्थलों के सर्वे को लेकर जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (जेकेएनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कड़ी आपत्ति जताई है। उमराह से लौटने के बाद फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मैंने अल्लाह से दुआ मांगी कि जो मुश्किलें आज हम पर हैं अल्लाह हमें इनसे बाहर निकाले।
हम लोगों के लिए सही रास्ते बना। शैतान से हमें दूर रख। हमारे हिंदुस्तान में जो नफरत फैल रही है उस नफरत को खत्म कर। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जितना मुझसे हो सका मैंने अल्लाह के दरबार के सामने दुआ मांगी। अल्लाह हमारी मुश्किलों को आसान कर, हमारे भाईचारा को बरकरार रख। मजहबों में जो नफरतें पैदा की जा रही हैं, इन्हें खत्म कर। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा और अजमेर की दरगाह के सर्वे की मांग पर उन्होंने प्रतिक्रिया दी है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि देश के मजहबों में नफरत पैदा की जा रही है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि मुसलमान असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। मुसलमानों के साथ इस सरकार को एक समान व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मुसलमान इस समय असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि सरकार इसे रोके। वे 24 करोड़ मुसलमानों को समुद्र में नहीं फेंक सकते। मुसलमानों के साथ एक समान व्यवहार कीजिए। हमारे देश के संविधान में धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं है। अगर वे इस देश के संविधान को नष्ट कर देंगे, तो भारत कहां रहेगा?' उन्होंने ये भी कहा कि मैंने अल्लाह से दुआ की है कि वो हमें इस मुश्किलों से बाहर निकाले।