बर्फबारी से गुलजार हुए हिमाचल के पहाड़, शिमला और मनाली का दिखा शानदार नजारा
शिमला
हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी राज्य में शिमला और मनाली जैसे स्नोफॉल के कारण व्हाइट वंडरलैंड में बदल गए हैं। ऐसे में यहां आने वाले टूरिस्ट्स की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है, वहीं दूसरी ओर स्नोफॉल के कारण 200 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं और वाहन फिसलने की घटनाओं के कारण चार लोगों की मौत हो गई है।
यहीं नहीं यहां आने वाले टूरिस्ट्स को होटल की बुकिंग के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है, क्योंकि होटल बुकिंग में वृद्धि हुई है, जिसकी वजह से टूरिस्ट को होटल मिल नहीं है और जो मिल रहे हैं, उनके रेट सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं। अगर आप इन हिल स्टेशनों पर घूमने आ रहे हैं, तो अपना प्लान पोस्टपोन कर सकते हैं, वहीं यहां आने से पहले रूट्स के बारे में भी जान लेने में समझदारी है।
शिमला, कुल्लू, मंडी, चंबा और सिरमौर जिलों के साथ किन्नौर, लाहौल और स्पीति में भारी स्नोफॉल हुआ है। हालांकि, इन बर्फ से लदे हिल स्टेशनों के रास्ते में खराब मौसम और सड़क पर घातक स्थितियों के बावजूद भी टूरिस्ट का यहां आना रुका नहीं। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, शिमला में कमरे की बुकिंग 70 प्रतिशत है, जो पिछले दिसंबर की तुलना में 30 प्रतिशत से अधिक है।
अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में ताजा बर्फबारी से जहां टूरिस्ट्स खुश नजर आ रहे हैं, वहीं राज्य में तीन नेशनल हाईवे सहित कम से कम 223 सड़कें बंद हो गईं। पीटीआई ने मंगलवार को बताया कि अटारी और लेह, कुल्लू जिले में संज से औट और किन्नौर जिले में खाब संगम और लाहौल और स्पीति जिले में ग्रैम्फू के बीच नेशनल हाईवे सहित लगभग 223 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गईं। बता दें, सोमवार को राज्य आपदा प्रबंधन टीम ने अटल टनल में फंसे करीब 500 वाहनों में सवार टूरिस्ट्स को बचाया। पिछले 24 घंटों में कई वाहनों के सड़क से फिसल जाने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं।
शिमला में 145, कुल्लू में 25 और मंडी जिले में 20 सड़कें बंद हैं। ट्रांसफॉर्मर फेलियर के 356 मामलों के कारण कई क्षेत्र बिजली के बिना काम कर रहे थे। हालांकि हिमाचल सरकार ने सड़कों को साफ करने के लिए दो स्नो ब्लोअर सहित 268 मशीनें लगाई हैं।
हिमाचल प्रदेश के शिमला और मनाली ऐसे टूरिस्ट्स प्लेस हैं, जहां हर साल सर्दियों में लाखों की संख्या में टूरिस्ट्स घूमने आते है और यहां आकर नया साल और क्रिसमस सेलिब्रेट करते हैं। ऐसे में टूरिस्ट्स की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है, जिसमें स्थानीय लोगों की बात सुनने और बर्फ में गाड़ी चलाने से बचने की सलाह दी है। इसी के साथ ऐसी जगह पर ट्रैवल करने से बचें, जहां एक्सीडेंट के ज्यादा चांस होते हैं।
भारी स्नोफॉल और कड़ाके की ठंड पड़ने के कारण टूरिस्ट्स की तबीयत बिगड़ रही है, ऐसे में सभी टूरिस्ट्स को अपना ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। ठंड से बचने के लिए लेयरिंग में कपड़े पहनें और अपने साथ गर्म टोपी, दस्ताने और मफ्लर जरूर रखें। साथ ही खुद को हाइड्रेट करने के लिए पानी पीते रहें और गर्म खाना खाएं।