हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश को ऊर्जा उत्पादन में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने की दिशा में कदम बढ़ा दिया, की घोषणा

शिमला
हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश को ऊर्जा उत्पादन में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने घोषणा की है कि राज्य में 22 नई जलविद्युत परियोजनाओं का आबंटन किया जाएगा। इन परियोजनाओं की कुल क्षमता 828 मैगावाट होगी, जिनमें 6.5 मैगावाट से लेकर 400 मैगावाट तक की परियोजनाएं शामिल हैं।

चिनाब नदी बेसिन बनेगा ऊर्जा का मुख्य स्रोत
इन परियोजनाओं में सबसे बड़ी हिस्सेदारी चिनाब नदी बेसिन की है, जहां 595 मैगावाट की 9 परियोजनाएं लगाई जाएंगी। इसके अलावा सतलुज नदी बेसिन में 169 मैगावाट की 8 परियोजनाएं, रावी बेसिन में 55 मैगावाट 4 परियोजनाएं और ब्यास बेसिन में 9 मैगावाट की परियोजनाएं प्रस्तावित हैं।

10 लाख प्रति मैगावाट का अपफ्रंट प्रीमियम
सरकार ने इन परियोजनाओं को देश के अन्य राज्यों और केन्द्रीय उपक्रमों को 40 वर्षों के लिए 10 लाख प्रति मैगावाट अपफ्रंट प्रीमियम के आधार पर आबंटित करने का निर्णय लिया है।

स्थानीय विकास और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं से प्रदेश में न केवल बिजली उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।

हिमाचल बनेगा ऊर्जा समृद्ध राज्य
परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन से हिमाचल प्रदेश देश के सबसे समृद्ध ऊर्जा उत्पादक राज्यों में से एक के रूप में उभरेगा। इसके लिए ऊर्जा निदेशालय ने देशभर में प्रचार अभियान शुरू कर दिया है और सभी राज्यों के सचिवों को पत्र भेजे गए हैं।

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