हनी सिंह का कॉन्सर्ट विवादों में,पुलिस अफसरों की शिकायत करेंगे महापौर, क्या है मामला?

इंदौर

इंदौर में मशहूर सिंगर हनी सिंह का कॉन्सर्ट विवादों में है। पहले 50 लाख रूपये मनोरंजन कर जमा करने को कहा गया,बाद में पुलिस ने 8 लाख लेकर ही कार्यक्रम करने की अनुमति दे दी। हनी सिंह का कॉन्सर्ट तो हो गया,लेकिन इंदौर के महापौर पुलिस अफसरों से खासा नाराज हैं। इसके लिए वह उचित प्लेटफॉर्म पर शिकायत भी करेंगे। नगर निगम महापौर पुष्यमित्र भार्गव पुलिस प्रशासन से सख्त लहजे में कहा कि हनी सिंह शो के लिए आयोजकों ने जरुरी अनुमतियां नहीं ली थी, फिर आयोजन कैसे हो गया। जिम्मेदारों को आयोजन रोकना चाहिए था, लेकिन उन्होंने लापरवाही बरती है। महापौर ने कहा कि मैंने पत्र लिखकर कहा था कि जब तक निगम को मनोरंजन कर नहीं मिले तब तक आयोजन की अनुमति न दी जाए। फिर भी पुलिस अफसरों ने अनुमति दे दी। यह उचित नहीं है। पुलिस अफसरों की इस गैरजिम्मेदाराना हरकत के लिए उचित प्लेटफार्म पर उनकी शिकायत करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने हनी सिंह शो के आयोजको से 50 नाख रूपए मनोरंजनकर जमा कराने को कहा था। इसके चलते अपर आयुक्त लता अग्रवाल ने नोटिस भी जारी किया था,लेकिन आयोजकों ने करीब आठ लाख रुपए जमा कराकर अपना पल्ला झाड़ लिया। इसके बाद निगम की किरकिरी होने पर अपर आयुक्त के निर्देश पर निगम के रिमूवल अमले ने हनी सिंह शो के साउंड सिस्टम से भरा कंटेनर जब्त कर लिया। बताया जाता है कि इस कंटेनर में करीब एक करोड़ का सामान है। अब यदि आयोजकों को सामान चाहिए तो पचास लाख रुपए मनोरंजन कर के जमा कराएं। इस तरह हनी सिंह और निगम के बीच आपस में ठन गई है। निगम अफसरों ने भी मनोरंजन कर को अपनी प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया है।

महज डेढ़ घंटे में खत्म हो गया प्रोग्राम

तय समय पर हनी सिंह का कार्यक्रम शुरु हुआ और गायक ने अपने मशहूर दस गाने सुनाकर महज डेढ़ घंटे में ही शो खत्म कर रवानगी ले ली। इससे निगम को मनोरंजन कर के 50 लाख रुपए नहीं मिले और दर्शक भी कार्यक्रम जल्द खत्म होने पर नाराज हो गए। ज्ञात रहे कि नगर निगम महापौर ने मनोरंजनकर जमा होने के बाद ही कार्यक्रम की अनुमति देने की बात कही थी। इसके लिए पुलिस कमिश्रर को पत्र भी लिखा था,लेकिन इवेंट के लिए पुलिस और प्रशासन से अनुमति पहले ही ले ली गई थी। हालांकि नगर निगम ने हनी सिंह के कॉन्सर्ट के आयोजकों को मनोरंजन कर जमा करने का नोटिस जारी किया। नगर निगम ने जीएसटी पोर्टल के माध्यम से जानकारी दी कि इस कार्यक्रम के लिए 3 करोड़ 28 लाख रुपए से अधिक के टिकट बेचे गए हैं। इस राशि का 10 प्रतिशत मनोरंजन कर पहले ही जमा करना जरूरी बताया गया।

नियत में खोट- महापौर

महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने कहा कि आयोजकों की नीयत में खोट है। उन्होंने आयोजकों से पोस्ट डेटेड चेक देने का आग्रह किया था,लेकिन आयोजकों ने इसे यह कहते हुए मना कर दिया कि वे चेक लेकर यात्रा नहीं करते। हनी सिंह का कार्यक्रम डेढ़ घंटे में समाप्त होने पर नगर निगम की डिप्टी कमिश्नर लता अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि शो खत्म करने में नगर निगम की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने बताया कि टैक्स जमा न होने के कारण शो को बंद किया गया,ऐसा कहना गलत है। इस इवेंट के लिए 7 लाख 85 हजार रुपए का टैक्स पहले ही जमा किया गया था,लेकिन 50 लाख रुपए की टैक्स मांग अभी भी बाकी है।

पहले भी हुआ विवाद –

शहर में दिलजीत दोसांझ के कार्यक्रम आयोजको ने मनोरंजन कर जमा करने का आश्वासन देने के बाद कार्यक्रम किया और गायब हो गए। इससे निगम को एफआईआर करानी पड़ी। इसके चलते ही इस बार हनी सिंह शो के पहले ही टिकिट बिक्री के आधार पर दस फीसदी मनोरंजन कर जमा कराने का नोटिस आयोजक टीवी टुडे नेटवर्क लिमिटेड को दिया गया। इसके चलते उसने 7 लाख 85 हजार रुपए का टैक्स जमा किया। इसे निगम ने अपर्याप्त बताया और आयोजकों को पत्र लिखकर 50 लाख रुपए का टैक्स जमा कराने के निर्देश दिए।

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