भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा अभी भी गुजरात के ऊपर गहरा दबाव बना हुआ है, आसमानी आफत का कहर, 7 की मौत

नई दिल्ली
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि अभी भी गुजरात के ऊपर गहरा दबाव बना हुआ है। इसकी वजह से अगले दो दिन तक राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। IMD ने 29 अगस्त तक राज्य में रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग ने कहा है कि इस दौरान हवाएं तेज गति से चलेंगी और मूसलाधार बारिश होंगी। ताजा बुलेटिन में IMD ने कहा है कि गहरा दबाव गुजरात क्षेत्र में पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है जिसके 29 अगस्त की सुबह तक सौराष्ट्र, कच्छ तट और पाकिस्तान के आस-पास के क्षेत्रों और पूर्वोत्तर अरब सागर तक पहुंचने की संभावना है।

इस मौसमी दशा की वजह से गुजरात के विभिन्न हिस्सों में तीन दिन से भारी बारिश हो रही है। कई शहरों में जलजमाव से लोगों को भारी परेशानी हो रही है। राज्यभर में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम सात लोगों की जान चली गई है, जबकि करीब छह हजार लोगों को दूसरे स्थानों पर जाकर शरण लेनी पड़ी है। अधिकारियों ने बताया कि गुजरात में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन भारी बारिश का दौर जारी रहा, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। उन्होंने बताया कि लगातार बारिश के कारण बांधों और नदियों का जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर छह हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।

अधिकारियों के मुताबिक, राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में सोमवार को सात लोगों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि गांधीनगर, खेड़ा और वडोदरा जिले में दीवार गिरने की घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि आणंद जिले में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति और बारिश के पानी में डूबने से दो अन्य लोगों की जान चली गई। अधिकारियों के अनुसार, पंचमहल, नवसारी, वलसाड, वडोदरा, भरूच, खेड़ा, गांधीनगर, बोटाद और अरावली जिले के प्रशासन ने नदियों और बांधों में जलस्तर बढ़ने तथा निचले इलाकों में बाढ़ आने के बीच सैकड़ों लोगों को एहतियातन सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया है।

उन्होंने बताया कि पंचमहल में जिला प्रशासन ने लगभग दो हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है, जबकि नवसारी में यह आंकड़ा 1,200, वडोदरा में 1,000 और वलसाड में 800 है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, गुजरात में अब तक औसत वार्षिक बारिश का लगभग 100 फीसदी पानी बरस चुका है। आकड़ों के अनुसार, राज्य के कच्छ, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात जिले में औसत वार्षिक वर्षा से 100 प्रतिशत से अधिक बारिश हो चुकी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को गुजरात के अधिकांश हिस्सों में, जबकि बुधवार और बृहस्पतिवार को सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में बेहद भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। वहीं, बृहस्पतिवार यानी 29 अगस्त तक राज्यभर में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है।

मोरबी जिले के टंकारा तालुका में मंगलवार सुबह छह बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में 347 मिलीमीटर बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है। वहीं, पंचमहल के मोरवा हदफ में 346 मिलीमीटर, खेड़ा के नाडियाद में 327 मिलीमीटर, आणंद के बोरसाद में 318 मिलीमीटर, वडोदरा तालुका में 316 मिलीमीटर और आणंद तालुका में 314 मिलीमीटर पानी बरसा। IMD ने कहा कि मंगलवार को सुबह छह बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में 251 तालुका में से कम से कम 24 तालुका में 200 मिलीमीटर से अधिक, जबकि 91 तालुका में 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई।

मंगलवार को हुई ताजा बारिश से राजकोट शहर के निचले इलाकों, सड़कों और अंडरपास में पानी भर गया। एसईओसी के आंकड़ों से पता चलता है कि अकेले राजकोट शहर में सुबह छह बजे से अगले चार घंटों में 142 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा, सुरेंद्रनगर, खेड़ा और देवभूमि द्वारका में भी सुबह के समय पानी बरसा। राज्य सरकार ने अद्यतन जानकारी देते हुए कहा कि 96 जलाशयों में जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर चला गया है और उन्हें लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है। जिन 19 जलाशयों ने पानी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, उनके संबंध में भी चेतावनी जारी की गई है।

इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से चार डिग्री कम है। तापमान में गिरावट दर्ज होने से दिल्ली -एनसीआर का मौसम सुहाना हो गया है। पछुआ हवाएं भी चल रही हैं। इससे लोगों ने राहत की सांसद ली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दिन में बारिश होने की भी संभावना है। IMD ने 26 अगस्त को भी राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार के लिए ‘यलो’ अलर्ट जारी किया था, जिसमें शहर में आमतौर पर बादल छाए रहने, हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने तथा 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का पूर्वानुमान व्यक्त किया था। शहर तरफ से IMD ने कहा है कि झारखंड और आस-पास के क्षेत्रों में भी एक निम्न दबाव क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसकी वजह से झारखंड. पश्चिम बंगाल और ओडिशा के इलाकों में बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने कहा है कि 27 और 28 अगस्त को बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होने की संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button