इंदौर बनेगा पर्यटन का केंद्र, रीजनल पार्क में होंगे टूरिज्म फेस्टिवल
इंदौर
मध्य प्रदेश और खासकर इंदौर और इसके आसपास के क्षेत्र में पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं। दूर-दराज से लोग पर्यटन के लिए इंदौर, उज्जैन, ओंकारेश्वर में आते रहते हैं। मप्र पर्यटन बोर्ड द्वारा फिलहाल मंदसौर के पास गांधी सागर फ्लोटिंग फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। 17 दिसंबर से कूनो फारेस्ट फेस्टिवल की तैयारी भी की जा रही है।
इंदौर रीजन में भी आने वाले समय में पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही ऐसे ही किसी उत्सव के आयोजन की योजना बनाई जा रही है। शहर में पीपल्यापाला तालाब के पास रीजनल पार्क में इस तरह कोई फेस्टिवल हो सकता है। ये बातें मप्र टूरिज्म बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर युवराज पडोले ने शुक्रवार को इंदौर में आयोजित प्रेस वार्ता में बताई। उन्होंने बताया उज्जैन में महाकाल महालोक बनने के बाद पर्यटन की गतिविधियां काफी बढ़ी हैं और काफी संख्या में पर्यटक इंदौर, ओंकारेश्वर व उज्जैन आ रहे हैं।
कूनो में चीते देखने के साथ एडवेंचर गतिविधि का मिलेगा आनंद
इयाक वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड और लल्लूजी एंड संस द्वारा टूरिज्म बोर्ड के सहयोग से 17 दिसंबर से कूनो फारेस्ट फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। वर्तमान में कूनो में 12 चीते हैं, ऐसे में फेस्टिवल में आने वाले पर्यटकों को कूनो अभयारण्य क्षेत्र के बफर जोन व कोर एरिया में चीते के अलावा नीलगाय, हिरण व चीतल को देखने का अनुभव भी मिलेगा। वहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, रोमांचक गतिविधियों का अनुभव भी मिलेगा।
पर्यटकों को लग्जरी कैंपिंग अनुभव प्रदान करने हेतु आधुनिक एवं आरामदायक टेंट सिटी विकसित की जा रही है। शुरुआत में 50 टेंट तैयार किए जा रहे हैं बाद में 25 टेंट नियमित रहेंगे। इसके अलावा यहां पर पर्यटक नाइट वाक व जंगल सफारी का भी आनंद ले सकेंगे। यहां होने वाले आयोजन में नेचुरोपैथी, ट्राइबल आर्ट, फोटो कार्यशालाएं आयोजित होंगी। कूनो राष्ट्रीय अभयारण्य के नजदीक होने वाले इस फेस्टिवल में हाट एयर बैलूनिंग, पैरामोटरिंग, हार्स राइडिंग, एयर गन शूटिंग जैसी अन्य मनोरंजक गतिविधियां भी होंगी।
निवेशकों को उपलब्ध करवाएंगे जमीन
पडोले ने बताया कि शासन द्वारा कूनो में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सुविधाएं जुटाई गई हैं और आधारभूत संरचना विकसित की गई है। पर्यटन बोर्ड यहां पर निवेशक व प्रमोटर्स को जमीनें भी उपलब्ध करवाई जाएंगी ताकि वे यहां पर पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित कर सकें। मप्र में जिन भी जिलों में जिला पुरातत्व, पर्यटन व सांस्कृतिक काउंसिल बनी है, वहां पर भविष्य की पर्यटन संभावनाओं के लिए जिला कलेक्टर के माध्यम प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं।
गांधीसागर डेम क्षेत्र में थल, नभ व जल संबंधित एडवेंचर गतिविधि
मंदसौर स्थित गांधीसागर डेम के बैकवाटर के किनारे मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा गांधीसागर फ्लोटिंग फेस्टिवल का आयोजन 27 अक्टूबर से जारी है। फेस्टिवल का संचालन करने वाली एजेंसी लल्लूजी एंड संस के महाप्रबंधक संजीव सक्सेना के मुताबिक गांधीसागर में फारेस्ट रिट्रीट (टेंट सिटी) का संचालन किया जा रहा है। चंबल नदी के बैकवाटर और उसके आसपास प्राकृतिक सौंदर्य वाले स्थान पर आयोजित इस महोत्सव में पर्यटकों के लिए लग्जरी टेंट्स की प्रीमियम सुविधाओं, स्थानीय व्यंजनों, इंडोर स्पोर्ट्स सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां पर पर्यटकों को थल, वायु और जल आधारित एडवेंचर गतिविधियां करने को मिलेंगी।