Khelo India Youth Games: बेटे को पहलवान बना सकें, इसलिए अभिषेक के पिता ने मजदूरी कर घी-ड्रायफ्रूट खिलाए

सागर

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 (Khelo India Youth Games) में मप्र को कुश्ती में पहला गोल्ड मेडल दिलाने वाले सागर के युवा पहलवान अभिषेक यादव महज 6 छह साल की उम्र में अखाड़े में उतर गए थे। अभिषेक के पिता भी पहलवान है और बेटे को पहलवान बनाने के लिए उन्होंने मजदूरी कर घी-ड्रायफ्रूट खिलाकर पहलवान बनाया है।

Khelo India प्रतियोगिता मप्र के भोपाल में आयोजित हुई। शनिवार को इसका समापन हुआ। इसमें सागर के पहलवान अभिषेक यादव ने 51 किलो वर्ग में मध्य प्रदेश को स्वर्ण पदक दिलाया है। अभिषेक पिछले एक वर्ष से राज्य कुश्ती अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे थे और इससे पहले भी उन्होंने प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पदक दिलाए हैं। उनकी इस उपलब्धि पर सागर कुश्ती संघ में खुशी का माहौल है। कुश्ती संघ के सचिव मनीष यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि सदर निवासी अभिषेक यादव के पिता संजय यादव भी कुश्ती के खिलाड़ी रहे हैं और वर्तमान में सागर जिला कुश्ती संघ के रैफरी भी हैं। अभिषेक की उपलब्धि का सबसे बड़ा श्रेय उनके पिता को ही जाता है। जिन्होंने 6 साल की उम्र से अभिषेक को कुश्ती के गुर सिखाना शुरू कर दिए थे। बचपन में जब उज्जैन में एक कुश्ती प्रतियोगिता आयोजित हुई तो उस समय अभिषेक का वजन महज 25 किग्रा था, लेकिन प्रतियोगिता के लिए 28 किग्रा वजन चाहिए था, ऐसे में अभिषेक के ट्रैक शूट में तीन किलो के पत्थर रखकर उसका वजन कराया। हालांकि उस समय यह गलती पकड़ी गई और फिर पिता संजय यादव ने अभिषेक के वजन को लेकर चिंता शुरू कर दी।
 

बेटे को पहलवानों की डाइट देने के लिए करते थे मजदूरी
कुश्ती संघ के सचिव मनीष यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि अभिषेक के पिता संजय यादव ने इस घटना के बाद बेटे की डाइट पर ध्यान दिया। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण मजदूरी की और बेटे को घी और ड्राय फूट्स खिलाए। कड़ी मेहनत और संघर्ष के कारण ही अभिषेक को वर्ष 2022 में राज्य कुश्ती अकादमी में प्रवेश मिला। जहां प्रशिक्षण और डाइट के कारण ही यह उपलब्धि हासिल हुई है।

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