मध्य प्रदेश: आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ी अब तक एक हजार FIR दर्ज

भोपाल

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ मतदाता तथा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं को घर से मतदान करने की वैकल्पिक सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री अनुपम राजन ने बताया कि मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन-2023 के अंतर्गत प्रदेश में 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ मतदाता तथा दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा का लाभ दिया जा रहा है। प्रदेश में 10 नवंबर तक 59 हजार 031 वरिष्ठ तथा दिव्यांग मतदाताओं ने घर से मतदान करने की सुविधा का लाभ लिया है।

इसी तरह से निर्वाचन ड्यूटी में लगे 2 लाख 25 हजार 616 अधिकारियों-कर्मचारियों ने फैसिलिटेशन सेंटर, अत्यावश्यक सेवाओं में शामिल 882 अधिकारियों-कर्मचारियों और 67 सेवा निर्वाचक मतदाताओं ने डाक मतपत्र से मतदान किया है।

उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अत्यावश्यक सेवाओं के रूप में कार्यरत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, गृह विभाग (अग्निशमन सेवाएँ) और ऊर्जा विभाग में सेवारत शासकीय सेवकों को मतदान के दिन ऑन ड्यूटी होने के कारण अपने निर्धारित मतदान केंद्र पर उपस्थित होने में सक्षम नहीं होने के कारण डाक मतपत्र से मतदान करने की सुविधा दी है।

 

मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने सोमवार को कहा कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में राज्य भर में अब तक 1,000 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब तक आयोग ने  राज्य भर में 38 करोड़ रुपये नकद सहित 330 करोड़ रुपये का सामान और संपत्ति जब्त की है।

राजन ने बताया कि, पिछले 2018 विधानसभा चुनावों के दौरान कुल लगभग 72 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे। लेकिन इस बार अब तक हमने 330 करोड़ रुपये जब्त किए हैं, जिसमें 38 करोड़ नकद, शराब, ड्रग्स, आभूषण और अन्य चीजें शामिल हैं।

जब उनसे पूछा गया कि क्या डीप फेक एआई से चुनाव प्रभावित हो रहे हैं या इसकी शिकायतें मिल रही हैं तो अधिकारी ने कहा कि ऐसी शिकायतें मिलती रहती हैं।  उन्होंने कहा, ऐसी शिकायतें आती रहती हैं जिनमें चेहरा किसी का होता है और आवाज किसी और की होती है। जब भी हमें ऐसी शिकायत मिलती है तो हम मामले को साइबर पुलिस को देते हैं और वे जांच करते हैं। अगर ऐसा पाया जाता है जांच के बाद यह फर्जी है तो हम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से इसे हटाने का अनुरोध करते हैं।

चुनाव की तैयारी कैसी?

चुनावी तैयारियों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, राज्यभर में 64,523 मतदान केंद्र हैं, इनके अलावा 103 सहायक मतदान केंद्र हैं। लगभग 17,000 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं। हमने संवेदनशील मतदान केंद्रों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की है। राज्य पुलिस के साथ केंद्रीय बल तैनात किए जाएंगे। अधिकारी ने आगे कहा कि संवेदनशील मतदान केंद्र से लाइव स्ट्रीमिंग होगी जिसे वे भोपाल और दिल्ली से देख और मॉनिटर कर सकेंगे. पूरी तैयारी कर ली गई है और 17 नवंबर को शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराया जाएगा।

बढ़ेगी चेकिंग

 राजन ने कहा, "सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि मतदान से 48 घंटे या 72 घंटे पहले क्या करना है। होटल, धर्मशाला और ट्रेन में चेकिंग बढ़ाई जाएगी। चुनाव से पहले होने वाली सभी तरह की कार्रवाई की जाएगी। राज्य में 17 नवंबर को मतदान होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। मतदाता 230 विधानसभा क्षेत्रों से विधायक चुनेंगे। 

 

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