दतिया टोल प्लाजा पर बदमाशों ने की ताबड़तोड़ फायरिंग
ग्वालियर-दतिया
दतिया जिले से पांच किलोमीटर दूर डगरई टोल प्लाजा पर अज्ञात नकाबपोश बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस फायरिंग से खौफजदा टोल कर्मचारियों के बीच भगदड़ मच गई। जान बचाने के लिए टोल मैनेजर और शिफ्ट मैनेजर आॅफिस के पीछे बने कुएं में कूद गए। कुएं में गिरने से दोनो की मौत हो गई।
घटना कल मंगलवार की रात करीब 12 बजे की बताई गई है। टोल पर वीआईपी लाइन से बच निकालने को लेकर पहले विवाद हुआ और फिर कुछ देर बाद करीब एक दर्जन अज्ञात बदमाश टोल पर पंहुचे और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। दनादन फायरिंग से पूरे टोल में दहशत फैल गई। टोल पर मौजूद कर्मचारी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागे। इस भगदड़ में जान बचाने के लिए भागे टोल मैनेजर श्रीनिवास सिंह निवासी आगरा और शिफ्ट मैनेजर शिवाजी ने दफ्तर के पीछे बने कुएं में छलांग लगा दी, इससे मौके पर दोनों की मौत हो गई। खबर पाकर चिरूला थाने का पुलिस बल जब तक मौके पर पंहुता तब तक नकाबपोश बदमाश फरार हो गए।
सीसीटीवी का डीवीआर जब्त, बदमाशों की पड़ताल शुरू
खबर है कि दहशत फैलाने वाली इस वारदात पूरी तस्वीर टोल पर लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई है। सीसीटीवी का डीवीआर जब्त कर अब पुलिस बदमाशों की पड़ताल में जुटी है। इस पूरी घटना के पीछे वीआईपी लाइन से बस निकालने को लेकर हुए विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है।
कई बार हो चुका खूनी संघर्ष
दतिया के चिरूला थाना से महज एक किलोमीटर की दूरी पर डरगई टोल प्लाजा है। यहां पहली बार खूनी संघर्ष नहीं हुआ, बल्कि इससे पहले भी कई बार वीआईपी लाइन से बस व ट्रैक्टर निकालने को लेकर बड़ी वारदाते हो चुकी हैं। जबकि 2 दिन पूर्व ही टोल प्लाजा पर शिवपुरी जा रहे एक डॉक्टर की कुछ अज्ञात बादमाशों ने मारपीट कर दी थी, जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस थाने में की। इसी तरह कई और मामले सामने आए, लेकिन चिरूला पुलिस ने सुरक्षा देने और बदमाशों को पकड़ने में सख्ती नहीं दिखाई।
10 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है
टोल प्लाजा पर गोली चलने की खबर आई थी। हम खबर पाकर फौरन मोके पर पंहुचे थे, लेकिन तब तक बदमाश भाग चुके थे। घटना मे टोल के दो कर्मचारी जान बचाने के लिए भागे जिनकी कुएं में गिरने से मौत हो गई। 10 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। हमलावरों को जल्द चिन्हित किया जाएगा।
नितिन भार्गव, थाना प्रभारी चिरुला