मस्क की एआई कंपनी जुटाना चाहती है 1 बिलियन डॉलर का निवेश
मस्क की एआई कंपनी जुटाना चाहती है 1 बिलियन डॉलर का निवेश
सैन फ्रांसिस्को
एलन मस्क की एआई कंपनी एक्सएआई इक्विटी निवेश में 1 अरब डॉलर तक जुटाने की कोशिश कर रही है।अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) के साथ एक फाइलिंग के अनुसार, टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ ने एक्सएआई के लिए अब तक 134.7 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।
135 मिलियन डॉलर चार अनाम निवेशकों से आए, पहली बिक्री 29 नवंबर को हुई।
एसईसी फाइलिंग में कहा गया है कि एक्सएआई बाहरी निवेशकों से न्यूनतम 2 मिलियन डॉलर ही स्वीकार करेगा।
सैम ऑल्टमैन द्वारा संचालित ओपनएआई के चैटजीपीटी पर निशाना साधते हुए मस्क ने पिछले महीने कहा था कि एक्सएआई के एआई चैटबॉट ग्रोक में पारंपरिक जीपीटी मॉडल की तुलना में वर्तमान जानकारी है।
एक्सएआई ‘ग्रोक’ एआई असिस्टेंट यूजर्स को एक्स प्रीमियम प्लस के हिस्से के रूप में प्रदान किया जा रहा है, जिसकी लागत वेब के माध्यम से प्रति माह 16 डॉलर है।
एक्सएआई टीम ने कहा, “ग्रोक एक एआई है जिसे हिचहाइकर गाइड टू द गैलेक्सी के आधार पर तैयार किया गया है, इसका मकसद लगभग किसी भी सवाल का उत्तर देना है और इससे भी अधिक कठिन, यह भी सुझाव देना है कि कौन से प्रश्न पूछने हैं।”
मस्क ओपनएआई के सह-संस्थापक थे, लेकिन 2018 में कंपनी के लाभ के लिए बदलाव के कारण उन्होंने इसे छोड़ दिया और चैटजीपीटी को “वोकजीपीटी” कहा।
अरबपति ने इस साल की शुरुआत में एक्सएआई लॉन्च किया था। टीम का नेतृत्व मस्क कर रहे हैं और इसमें टीम के सदस्य शामिल हैं, जिन्होंने एआई में अन्य बड़े नामों पर काम किया है। इनमें ओपनएआई, गूगल रिसर्च, माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च और गूगल का डीपमाइंड शामिल हैं।
वेबसाइट के अनुसार, “एक्सएआई का लक्ष्य ब्रह्मांड की वास्तविक प्रकृति को समझना है।”
डीपी वर्ल्ड का 2026 तक टर्मिनल पर 60 प्रतिशत ऊर्जा जरूरतों को हरित स्रोतों से पूरा करने का लक्ष्य
मुंबई
दुबई स्थित वैश्विक लॉजिस्टिक्स ऑपरेटर डीपी वर्ल्ड ने कहा कि उसने 2026 तक देश में अपने सभी टर्मिनल पर 60 प्रतिशत ऊर्जा जरूरतों को हरित स्रोतों से पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
डीपी वर्ल्ड की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, भारत में इस नए स्थिरता को हासिल करने के लिए कंपनी का लक्ष्य घरेलू बाजार में अपने टर्मिनल संचालन पर सभी जीवाश्म ईंधन (पेट्रोल व डीजल) से चलने वाले उपकरणों और वाहनों को इलेक्ट्रिक ऊर्जा में बदलना है। यह सरकार के 'मैरीटाइम विज़न 2030' के अनुरूप है।
डीपी वर्ल्ड भारत में पांच कंटेनर टर्मिनल संचालित करता है। इनमें से दो न्हावा शेवा में और मुंद्रा, कोच्चि और चेन्नई में एक-एक है।
'मैरीटाइम विज़न 2030' के तहत कई नीतिगत पहल और विकास परियोजनाएं हैं। इससे सरकार का लक्ष्य 2030 तक समुद्री क्षेत्र के लिए 60 प्रतिशत ऊर्जा जरूरतों को हरित स्रोतों से पूरा करना है।
डीपी वर्ल्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक (पश्चिम एशिया, उत्तरी अफ्रीका तथा भारत उपमहाद्वीप) रिज़वान सूमर ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे हम 2026 तक अपने सभी टर्मिनल पर 60 प्रतिशत बिजली आवश्यकताओं को हरित स्रोतों से पूरा करने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं, हम 'मैरीटाइम इंडिया विज़न 2030' के सिद्धांतों से प्रेरित होते रहेंगे और राष्ट्रीय जलवायु लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में काम करेंगे…''
नवंबर में मोटर वाहनों की खुदरा बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर
नई दिल्ली
भारत में मोटर वाहन की खुदरा बिक्री नवंबर में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। इस दौरान यात्री वाहन और दोपहिया खंडों की बिक्री सबसे अधिक रही। वाहन डीलर के निकाय फाडा ने यह बात कही।
कुल खुदरा बिक्री नवंबर में 18 प्रतिशत बढ़कर 28,54,242 इकाई रही, जो नवंबर 2022 में 24,09,535 इकाई थी।
यात्री वाहन (पीवी) की खुदरा बिक्री सालाना आधार पर 17 प्रतिशत बढ़कर 3,60,431 इकाई हो गई, जो एक साल पहले 3,07,550 इकाई थी। इसी तरह दोपहिया वाहनों का पंजीकरण पिछले महीने 21 प्रतिशत बढ़कर 22,47,366 इकाई हो गया, जो पिछले साल नवंबर में 18,56,108 इकाई था।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा, ‘‘नवंबर 2023 में भारतीय मोटर वाहन खुदरा उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक महीना बन गया है। इस महीने 28.54 लाख वाहन बेचे गए। इससे पहले मार्च 2020 में सर्वाधिक 25.69 लाख वाहन बेचे गए थे।''
उन्होंने कहा कि दोपहिया और यात्री वाहन खंड ने पिछले महीने नए रिकॉर्ड बनाए।
सिंघानिया ने कहा कि दोपहिया वाहन खंड में 22.47 लाख वाहनों की बिक्री देखी गई। यह मार्च 2020 के पिछले उच्च स्तर से 1.77 लाख अधिक है। यात्री वाहन श्रेणी में 3.6 लाख इकाइयां बेची गईं, जो अक्टूबर 2022 के पिछले उच्च स्तर से 4,000 इकाइयां अधिक है।
उन्होंने कहा कि पिछले महीने पीवी की बिक्री दीपावली और नए और आकर्षक मॉडल जारी होने से बढ़ी।
तिपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री पिछले महीने बढ़कर 99,890 इकाई हो गई, जो नवंबर 2022 से 23 प्रतिशत अधिक है।
हालांकि, नवंबर में ट्रैक्टर की बिक्री 21 प्रतिशत घटकर 61,969 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 78,720 इकाई थी।