गलत इंजेक्शन लगने से मरीज की हुई मौत, डॉक्टर ने नहर में फेंका शव
अमरवाड़ा
कहते हैं डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं। मरीज अपने इलाज करने के लिए डॉक्टर के पास यह सोचकर आते हैं कि वो उनके मर्ज को ठीक कर देंगे। लेकिन छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा में जो मामला सामने आया उसने सब कुछ सोचने पर मजबूर कर दिया। डॉक्टर ने जो काम किया उसे जानते ही लोग कह रहे है कि यह भगवान है या हैवान है।
दरअसल, अमरवाड़ा के लहगडुआ निवासी 60 वर्षीय पुसू राठौर को अमरवाड़ा के डॉक्टर ने इलाज करने के दौरान गलत इंजेक्शन लगा दिए। जिससे उसकी मौत हो गई। उसने इसकी जानकारी भी मृतक के घरवालों को नहीं दी। बाद में खुद को बचाने के चक्कर में उसने एक और जुर्म कर दिया। उसने अपनी कंपाउंड और भाई के साथ मिलकर बुजुर्ग की लाश को सैकड़ो किलोमीटर दूर बरगी डैम की नहर में फेंक दिया। ताकि किसी को कानों कान खबर ना हो। लेकिन कहते है कि गुनाह कभी छुपता नहीं, बस ऐसे ही मामला खुला तो डॉक्टर की असलियत सामने आ गई।
ये है सारा मामला
2 दिसम्बर को लहगडुआ निवासी पुशु राठौड़ घर से इलाज कराने निकले थे। बाद में 4 दिसम्बर को बुजुर्ग का शव जबलपुर बरगी डेम के गोकलपुर नहर में मिला था। इसके बाद परिजनों ने जमकर बवाल किया था। साथ ही बुजुर्ग की मौत के मामले पर डॉक्टर के खिलाफ सवाल उठाते हुए मामले की जांच करने की मांग की थी। पुलिस ने भी शिकायत के बाद डॉक्टर के खिलाफ जांच करना शुरू किया। इसके बाद कुछ ऐसे फैक्ट सामने आए जिसे अमरवाड़ा के डॉक्टर दीपक श्रीवास्तव पर शक बढ़ गया। आगे हुई इनवेस्टिगेशन में आरोपी डॉक्टर की काली करतूत का चिट्ठा खोल कर रख दिया और बुजुर्ग की मौत की सारी गुत्थी सुलझ गई।
गलत इंजेक्शन लगाने से हुई थी मौत
जांच में खुलासा हुआ कि डॉक्टर ने बुजुर्ग को गलत इंजेक्शन दिया था। जिससे कुछ देर में ही क्लीनिक में बुजुर्ग की जान चली गई। बुजुर्ग की मौत को आत्महत्या बताने के लिए डॉक्टर ने प्लानिंग की। उसने अपने भाई और स्टाफ के साथ मिलकर शव बरगी डेम की नहर में ले जाकर फेंक दिया। पुलिस ने डॉक्टर समेत चार लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
सर्दी खांसी की दवाई की जगह मिली मौत
टीआई राजेन्द्र धुर्वे के मुताबिक पुसू पिता श्यामा राठौर सर्दी-खांसी का इलाज कराने अमरवाड़ा में आयुर्वेदिक डॉक्टर दीपक श्रीवास्तव के क्लीनिक आए थे। डॉ. दीपक.श्रीवास्तव ने इंजेक्शन में कोई दवा भरकर दी। कम्पाउंडर कपिल मालवी ने पुसू को गलत इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगते ही पुसू का अचानक स्वास्थ्य बिगड़ा और कुछ देर में ही पुसू की मौत हो गई।
आधी रात को शव को लगा दिया ठिकाने
61 वर्षीय डॉ. दीपक श्रीवास्तव ने अपने भाई 55 वर्षीय देवेन्द्र श्रीवास्तव, कम्पाउंडर कपिल मालवी और प्रदीप डेहरिया के साथ मिलकर शव को नहर में फेंक दिया था। बरगी थाने से मृत बुजुर्ग की मर्ग डायरी मिलने और जांच के बाद पुलिस ने डॉ. दीपक श्रीवास्तव समेत चारों के खिलाफ धारा 304, 201, 34 के तहत मामला दर्ज किया है।