बागेश्वर धाम में बोले पीएम मोदी- ‘आस्था का यह केंद्र अब स्वास्थ्य के केंद्र में भी तब्दील हो रहा’
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नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के निमंत्रण पर मध्य प्रदेश के गढ़ा गांव में बागेश्वर धाम चिकित्सा एवं विज्ञान अनुसंधान संस्थान की आधारशिला रखी। इस अस्पताल का उद्देश्य वंचित पृष्ठभूमि के कैंसर रोगियों को मुफ्त चिकित्सा उपचार प्रदान करना है, जो अत्याधुनिक कीमोथेरेपी और कैंसर उपचार सुविधाओं से लैस होगा।विशेषज्ञ डॉक्टर रोगियों की देखभाल की देखरेख करेंगे, जिससे उन्नत चिकित्सा सहायता सुनिश्चित होगी। लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के दो से तीन साल में पूरा होने की उम्मीद है।
एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कम समय में दो बार बुंदेलखंड आने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "इस बार मैं बालाजी के निमंत्रण पर आया हूं। यह वास्तव में हनुमान जी का आशीर्वाद है कि आस्था का यह केंद्र अब स्वास्थ्य के केंद्र में भी तब्दील हो रहा है।" उन्होंने बताया कि बागेश्वर धाम चिकित्सा विज्ञान एवं शोध संस्थान 10 एकड़ के भूखंड पर बनाया जाएगा, जिसके पहले चरण में 100 बिस्तरों की सुविधा होगी। प्रधानमंत्री ने उन लोगों पर निशाना साधते हुए कहा, जो हिंदू धर्म से नफरत करते हैं।
उन्होंने कहा, "हमेशा से ऐसे लोग रहे हैं जो हमारी आस्था का मजाक उड़ाते हैं, धर्म का उपहास करते हैं और समाज को बांटने की कोशिश करते हैं। कई बार विदेशी ताकतें भी ऐसे तत्वों का समर्थन करके हमारे देश और धर्म को कमजोर करने की कोशिश करती हैं। ये ताकतें सदियों से अलग-अलग चरणों में मौजूद रही हैं।" उन्होंने इन समूहों पर हिंदू मान्यताओं, संतों, मंदिरों और सांस्कृतिक परंपराओं पर हमला करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "उनका एजेंडा हमारे समाज की एकता को तोड़ना है। लेकिन ऐसे माहौल में मेरे छोटे भाई धीरेंद्र शास्त्री पूरे देश में एकता के मंत्र को फैलाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।"
प्रधानमंत्री ने धीरेंद्र शास्त्री के प्रयासों की प्रशंसा की
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कैंसर संस्थान की स्थापना के लिए उनकी पहल की सराहना की और कहा, "अब बागेश्वर धाम में भक्तों को न केवल भजन और भोजन का आशीर्वाद मिलेगा, बल्कि स्वस्थ जीवन का उपहार भी मिलेगा।" प्रधानमंत्री ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए बागेश्वर धाम द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोहों की भी सराहना की। उन्होंने कहा, "मुझे बताया गया है कि महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां 251 बेटियों का सामूहिक विवाह होगा। मैं इस नेक पहल की दिल से सराहना करता हूं और नवविवाहित जोड़ों को हार्दिक आशीर्वाद देता हूं, उनके सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करता हूं।"
महाकुंभ अब अपने चरम पर पहुंच रहा- मोदी
चल रहे महाकुंभ पर बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इसके आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "महाकुंभ अब अपने चरम पर पहुंच रहा है। लाखों लोग आ चुके हैं, पवित्र स्नान कर चुके हैं और संतों का आशीर्वाद ले चुके हैं। इस भव्य आयोजन को देखकर स्वाभाविक रूप से कोई भी आश्चर्यचकित हो जाता है – यह वास्तव में एकता का महाकुंभ है।" प्रधानमंत्री ने कहा, "हर 144 साल में एक बार आयोजित होने वाला यह महाकुंभ राष्ट्रीय एकता के प्रतीक के रूप में भावी पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।"