आरबीआई ने बंधन बैंक को सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारियों को पेंशन वितरित करने के लिए किया अधिकृत

आरबीआई ने बंधन बैंक को सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारियों को पेंशन वितरित करने के लिए किया अधिकृत

कोलकाता
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शहर स्थित बंधन बैंक को सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारियों को पेंशन देने के लिए अधिकृत किया है।निजी ऋणदाता बंधन बैंक की ओर से जारी बयान के अनुसार, पेंशन संवितरण प्रक्रिया को संचालित करने के लिए बैंक जल्द ही अपनी प्रणाली को रेल मंत्रालय के साथ एकीकृत करेगा।

आरबीआई की यह मंजूरी बैंक को देश भर में रेलवे के 17 क्षेत्रीय कार्यालयों तथा आठ उत्पादन इकाइयों में हर साल करीब 50,000 सेवानिवृत्त लोगों तक पहुंच प्रदान करेगा।

बंधन बैंक के प्रमुख (गवर्नमेंट बिज़नेस) देबराज सहा ने कहा, ‘‘भारतीय रेलवे देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक है। इससे पेंशनभोगियों को बैंक द्वारा दी जाने वाली प्रतिस्पर्धी दरों और ऋणदाता के अन्य उत्पादों तक पहुंच प्राप्त करने में मदद मिलेगी।''

भारत में क्षमता व नवाचार केंद्रों का बाजार 2027 तक 117 अरब अमेरिकी डॉलर हो जाएगा: रिपोर्ट

मुंबई
 भारत में क्षमता व नवाचार केंद्रों का बाजार आकार वर्तमान में 65 अरब अमेरिकी डॉलर से करीब दोगुना होकर 2027 तक 117 अरब अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है। एक रिपोर्ट में यह बात कही गई।

विदेशी कंपनियों के लिए काम करने वाली इकाइयों को सीआईएच (क्षमताएं व नवाचार केंद्र) कहा जाता है। परामर्श कंपनी बीसीजी ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा, घरेलू सीआईएच बाजार 2027 तक 16 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ने की ओर अग्रसर है। यह वर्तमान 65 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2027 में 117 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा।

इस बीच, रिपोर्ट में 2027 तक वैश्विक सीआईएच खर्च की वार्षिक वृद्धि 10 प्रतिशत की दर से बढ़कर 715 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया है, जो वर्तमान में 475-515 अरब अमेरिकी डॉलर है।

बीसीजी रिपोर्ट अक्टूबर में 50 कंपनियों के बीच कराए गए सर्वेक्षण पर आधारित है।

 

चालू वित्त वर्ष में अभी तक सेवा निर्यात 192 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है: एसईपीसी

नई दिल्ली
 चालू वित्त वर्ष में अभी तक देश का सेवा निर्यात 192 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है। इसके 2023-24 के अंत तक 400 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।

सेवा निर्यात संवर्धन परिषद (एसईपीसी) के अनुसार, प्रमुख क्षेत्र जो स्वस्थ वृद्धि दर दर्ज कर रहे हैं उनमें दूरसंचार, कंप्यूटर, सूचना और परिवहन एवं यात्रा शामिल हैं। परिषद क्षेत्र की वृद्धि को गति देने के लिए रणनीति भी तैयार कर रहा है।

परिषद ने कहा, ‘‘नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार सेवा क्षेत्र ने 400 अरब अमेरिकी डॉलर के लक्ष्य में से 191.97 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का लक्ष्य हासिल कर लिया है। ''

एसईपीसी के चेयरमैन कारन राठौर ने कहा, ‘‘एसईपीसी में हमारा मकसद स्पष्ट है, 2024 तक भारत के सेवा क्षेत्र को 400 अरब अमरीकी डॉलर और 2030 तक 1000 अरब अमरीकी डॉलर का सेवा निर्यात हासिल करने के लक्ष्य से आगे बढ़ना है।''

सेवा निर्यात संवर्धन परिषद की स्थापना वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने की है। इसका काम वैश्विक व्यापार अवसरों को सुविधाजनक बनाना है।

 

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