रिलायंस ने 1.7 लाख नई नौकरियां दीं, समूह में कुल 6.5 लाख कर्मचारी

मुंबई

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने 47वें एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) के दौरान कई बड़ी घोषणाएं की हैं और टेलिकॉम मार्केट में धमाल मचाने के बाद आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भी बड़े बदलाव की शुरुआत करने जा रहा है। कंपनी ने Jio Brain AI टूल प्लेटफॉर्म की जानकारी तो इस AGM में दी है, साथ ही AI-रेडी डाटा सेंटर तैयार करने का वादा भी किया गया है।

मशीन लर्निंग और आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाते हुए जियो अब अपनी 5G इंटीग्रेटेड सेवा के साथ अलग-अलग इंडस्ट्रीज में AI के इस्तेमाल पर काम करेगा। नए प्लेटफॉर्म को Jio Brain नाम से पेश किया गया है और इसे मोबाइल-रेडी लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) के तौर पर पेश किया जाएगा। यह प्लेटफॉर्म जेनरेटिव AI टूल्स इस्तेमाल करने का मौका इंडस्ट्रीज और एंटरप्राइजेस को मिलेगा।

क्लाउड सिस्टम आधारित Jio Brain

रिलायंस जियो लंबे वक्त से Jio Brain पर काम कर रहा था और कंपनी के सीनियर VP आयुष भटनागर की मानें तो इसे करीब दो-तीन साल लंबी रिसर्च के बाद डिवेलप किया गया है। इसे लंबे वक्त तक हुई टेस्टिंग के बाद 5G इंटीग्रेटेड मशीन लर्निंग प्लेटफॉर्म के तौर पर पेश किया गया है और इस क्लाउड बेस्ड सेवा में 500 से ज्यादा REST API और Data API शामिल हैं।

दावा है कि Jio Brain में शामिल APIs की मदद से कस्टम मशीन लर्निंग टूल्स शामिल किए जा सकते हैं। कंपनी ने दावा किया है कि इसके जरिए एग्रीकल्चर, हेल्थकेयर, एजुकेशन और ट्रांसपोर्ट जैसे सेक्टर्स में AI का इस्तेमाल आसान हो जाएगा।

जामनगर में बनेंगे AI-रेडी डाटा सेंटर्स

रिलायंस ने बताया है कि कंपनी गुजरात के जामनगर में गीगावाइट स्केल के AI रेडी डाटा सेंटर्स सेटअप करेगी और यह कंपनी की ग्रीन एनर्जी से पावर्ड होगा। कंपनी ने कहा है कि इसके अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों में AI इंटरफेरेंस फैसेलिटीज भी तैयार की जाएंगी। इस तरह AI से जुड़े टूल्स की बढ़ती डिमांड पूरी की जाएगी।

क्या है Jio TV OS?

जियो टीवी OS हमें जल्द ही देखने को मिलेंगे. कंपनी ने इसे सेट-टॉप बॉक्स में लॉन्च किया है. यानी आपको ये अलग से टीवी पर फिलहाल देखने को नहीं मिलेगा, जिसकी चर्चा हो रही थी. इसके साथ ही कंपनी ने Jio App Store का भी ऐलान किया है. कंपनी ने इसके साथ ही दूसरे फीचर्स का भी ऐलान किया है.

कंपनी ने Jio TV+ को लेकर काफी जानकारी दी है. पिछले दिनों कंपनी ने Jio TV+ को लॉन्च किया है, जो एक डेडिकेटेड ऐप है. पहले ये सर्विस सिर्फ Jio Set-Top बॉक्स पर ही उपलब्ध थी. अब यूजर्स Jio TV+ ऐप को ऐप स्टोर से डाउनलोड करके यूज कर सकते हैं.

JioTV+ पर यूजर्स को 860 से ज्यादा लाइव टीवी चैनल्स मिलेंगे. इसके अलावा कंपनी Amazon Prime Video, Disney+ Hotstar समेत दूसरे प्लेटफॉर्म्स का एक्सेस देगी. कंपनी का कहना है कि यूजर्स पहले के मुकाबले ज्यादा फास्ट स्पीड से ऐप स्विच कर पाएंगे.

इस प्लेटफॉर्म पर आपको तमाम OTT प्लेटफॉर्म्स का एक्सेस एक जगह पर मिल जाएगा. इसके साथ ही आपको लाइव चैनल्स मिलेंगे. आप इन चैनल्स को आसानी से स्विच भी कर सकेंगे. कंपनी ने जानकारी दी है कि इस पर वॉच पार्टी जैसे फीचर मिलेंगे, जिसकी मदद से आप अपने दोस्तों के साथ दूर बैठकर भी किसी शो या मूवी को इन्जॉय कर सकेंगे.

जियो ने दूसरी सर्विसेस की लॉन्च

इसके साथ ही AI का सपोर्ट भी जियो देगा. इसकी मदद से चैनल स्विच करने से वॉल्यूम कंट्रोल करना तक आसान होगा. जियो इसमें Hello Jio वॉयस असिस्टेंट का सपोर्ट जोड़ेगी. कंपनी ने Jio Cloud AI का ऐलान किया है, जिसके तहत कंपनी 100 GB का डेटा फ्री दे रही है. Jio AI Cloud Welcome ऑफर दीवाली पर लॉन्च होगा. इसके साथ ही कंपनी ने जियो फोन कॉल AI को लॉन्च किया है.

इसके तहत यूजर्स जियो कॉल का इस्तेमाल करके अपनी कॉल को ऑटोमेटिक रिकॉर्ड कर पाएंगे. इन कॉल्स को जियो कॉल AI की मदद से ट्रांसक्राइब किया जा सकेगा. कंपनी ने अपने पूरे इवेंट में AI पर काफी ज्यादा फोकस किया है.

मुकेश अंबानी ने कंपनी में नौकरियों में कटौती की खबरों को गुरुवार को भ्रामक बताते हुए खारिज किया और कहा कि कंपनी ने रिलायंस ने वित्त वर्ष 2023-24 में वास्तव में लाखों की संख्या में नयी नौकरियां दी हैं जिनमें नियुक्ति के नए मॉडल चुनने वाले कर्मचारी भी हैं।
श्री अंबानी ने रिलायंस की 47वीं वार्षिक महासभा (एजीएम) में शेयरधारकों को बताया कि रिलायंस ने कुल 1.7 लाख नई नौकरियां दी हैं और समूह में कर्मचारियों की कुल संख्या बढ़कर अब 6.5 लाख से अधिक हो गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दुनिया भर में आज कर्मचारी नौकरियों के मॉडल अपना रहे हैं और रिलांस समूह में इस तरह का बदलाव हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में कर्मचारियों की संख्या में कमी दिखाई दी थी। इस कमी पर श्री अंबानी ने कहा,“ कर्मचारियों की संख्या में गिरावट की वजह कर्मचारियों द्वारा नौकरी के एक अलग मॉडल चुनाव था न कि उनका निकाला जाना।”
श्री अंबानी ने कहा, "रोजगार सृजन की प्रकृति वैश्विक स्तर पर बदल रही है, जिसका मुख्य कारण तकनीकी हस्तक्षेप और लचीले व्यापार मॉडल हैं। इसलिए, सिर्फ़ पारंपरिक प्रत्यक्ष रोज़गार मॉडल के बजाय, रिलायंस नए प्रोत्साहन-आधारित जुड़ाव मॉडल को अपना रहा है। इससे कर्मचारियों को बेहतर कमाई करने में मदद मिलती है और उनमें उद्यम की भावना पैदा होती है। यही कारण है कि प्रत्यक्ष रोज़गार संख्या वार्षिक आंकड़ों में थोड़ी गिरावट दिखी है, हालाँकि रिलायंस द्वारा सृजित कुल रोज़गार में वृद्धि हुई है।”

उन्होंने भारत के युवाओं के लिए रोजगार सृजन को सर्वोच्च राष्ट्रीय प्राथमिकता का दर्जा दिया। उन्होंने बताया कि कई एजेंसियों द्वारा रिलायंस को भारत के सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता के रूप में स्थान दिया गया है। रिलायंस भारत में सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक है।

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