श्री राम की तस्वीर छपती थी मौर्य साम्राज्य में सिक्कों पर, 2500 साल पुराने सिक्के आज भी मौजूद, देखें तस्वीर
खरगोन.
500 वर्ष के बाद 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक गौरवशाली आयोजन के तैयारियां चल रही है। हर तरफ रामजी का गुणगान किया जा रहा है। इसी उपलक्ष्य में शहर सराफा व्यवसायी मिलन कुमार महाजन के पास ढाई दशक पुरानी मोर्य व मराठा साम्राज्य के पंच मार्क राम परिवार के सिक्के मौजूद है। व्यवसायी श्रीराम, सीता व लक्ष्मण के चित्रांकन का ऐतिहासिक सिक्का अयोध्या में राम मंदिर के भेंट करेंगे।
शहर के मिलन कुमार महाजन पिछले 20 वर्षों से मुद्रा संग्रहण शोध और अनुसंधान के क्षेत्र में विशेष रूप से सक्रिय है।इस शौक व जुनून के कारण उन्होंने उर्दू, फ़ारसी, ब्राह्मी लिपि को भी विशेष रूप से सीखा है। संग्रहण में 2600 साल पुरानी मुद्रा (भारत की सबसे प्राथमिक मुद्रा ) से लेकर अब तक की वर्तमान चलन वाली मुद्रा शामिल है। जिनमें मौर्य कालीन, गुप्त कालीन, सल्तनत कालीन, मुग़ल कालीन, ब्रिटिश इनडो डच इंडो फ्रेंच सहित कई प्रकार के 7000 से अधिक सिक्के शामिल है। इन सबके अलावा भिन्न विदेशी देशों के नोट पुराने भारतीय नोट पुर्तगीस नोट, ब्रिटिश नोट का भी बड़ा संग्रह इनके पास है। इसके चलते मिलन कुमार महाजन को इंदौर बाम्बे पूना नासिक कई भारतीय शहरों में विशेष सम्मान मिल चुका है।
सिक्के पर देवनागरी भाषा में लिखा
मिलन ने बताया कि संग्रहण में ऐसे सिक्कों का भी संग्रह है जिन भगवान राम का चित्रण किया है। महाजन के पास 2500 साल पुराने मौर्य साम्राज्य के पंचमार्क सिक्के में राम लक्ष्मण और जानकीजी का संग्रह है। इसके अतिरिक्त मराठा साम्राज्य के समय जारी चांदी के सिक्के जिस पर देवनागरी भाषा में राम लिखा है, वे भी मौजूद है। इसके अतिरिक्त मध्यकालीन राम टका सिक्के भी महाजन के संग्रह में है।
मिलन कुमार महाजन के संग्रह में हस्तलिखित ग्रंथ ताड़पत्र, बारूद दानी, सूरमा दानी, चुना दानी, हुक्का रियासत कालीन बाट, ब्रिटिश और रियासत कालीन बैंक चेक हुण्डी फरमान आदि भी मौजूद है। मिलन कुमार महाजन अपने संग्रह में से मौर्यकालीन सिक्का (राम सीता और लक्ष्मण केचित्रांकन वाला ) अयोध्या में राम संग्रहालय में दान देने की घोषणा की है। वह जल्द ही अयोध्या जाएंगे।