पेयजल संकट से निपटने के लिए नलकूप खनन के वेंडर बढ़ाये जाएंगे : स्कूल शिक्षा मंत्री सिंह

भोपाल
स्कूल शिक्षा, परिवहन एवं बालाघाट जिले के प्रभारी मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह ने कहा है कि गर्मी के मौसम को देखते हुए, ऐसी व्यवस्था करें कि जिले में कही पर भी पानी का संकट न हो। उन्होंने कहा कि जिले में नलकूप खनन के साथ ही मोटर पम्प और राइजिंग पाइप सहित सभी व्यवस्थाएं तैयार रखें। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वें वित्त से भी पेयजल के संबंध में व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि नलकूप खनन के वेंडर की वर्तमान संख्या पर्याप्त नहीं है इसे बढ़ाया जाये। प्रभारी मंत्री श्री सिंह शनिवार को बालाघाट जिले के मलाजखंड में पेयजल व्यवस्था संबंधित बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में वर्तमान जल संकट सहित कई विषयों पर चर्चा हुई।
प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने कहा कि पेयजल, बिजली और जल संरक्षण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आने वाले 2 माह तक इन कार्यो पर लगकर कार्य करना आवश्यक है। प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने किसानों को धान के साथ मक्का की फसल लेने की सराहना की। उन्होंने कहा कि बिजली की 30 वर्षों की मांग को ध्यान में रखते हुए कार्य योजना तैयार की जाये। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि पीएम आवास सहित आम नागरिकों के लिए रेत की व्यवस्था सुगमता से होनी चाहिए।बैठक में सांसद श्रीमती भारती पारधी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सम्राट सिंह सरस्वार, विधायक सर्वश्री संजय उइके, मधु भगत, श्रीमती अनुभा मुंजारे, गौरव पारधी, विक्की पटेल, राजकुमार कर्राहे एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
मलाजखण्ड लायब्रेरी अच्छा प्रयास
प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने मलाजखंड नगर परिषद में बनाई गई लायब्रेरी का अवलोकन कर प्रयासों की सराहना की। प्रभारी मंत्री श्री सिंह को अवगत कराया कि नगर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी लायब्रेरी स्थापित करने के प्रयासों जारी है। उन्होंने पीएम आवास हितग्राही श्री दलम सिंह के घर चाय और कोदो कुटकी का स्वादलिया।
सामूहिक विवाह में हुए शामिल
प्रभारी मंत्री श्री सिंह मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजना कार्यक्रम में भी शामिल हुए। उन्होंने 285 नवदंपति के सुखमय और मंगलमय जीवन की कामना की। प्रभारी मंत्री ने प्रत्येक नवदंपति को 49-49 हजार रूपये के चैक प्रदान किये। प्रभारी मंत्री ने कहा कि अब हर विधानसभा क्षेत्र में हेलीपेड तैयार किया जायेगा। आपात स्थिति में ग्रामीणों के उपचार के लिये एयर लिफ्ट कर देश के बड़े अस्पतालों में उपचार कराया जायेगा।