पश्चिम-मध्य रेलवे ने 2 महीने में जुर्माने से वसूले 25 लाख

भोपाल
 सिर्फ दो महीने में ही यात्रा और भाड़ा के अलावा सिर्फ जुर्माने से ही रेलवे मंडल ने करीब 25 लाख रुपये की कमाई कर ली है। हालांकि जनता की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। दरअसल, पश्चिम-मध्य रेलवे के स्टेशनों और यात्री ट्रेनों की चैकिंग का अभियान रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) द्वारा चलाया गया था।

महज दो महीनों अप्रैल और मई के दौरान की गई जांच में यात्री ट्रेनों की चैकिंग की गई। इस दौरान जांच में सामने आया कि 1721 व्यक्तियों ने चेन पुलिंग की है। उनके खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा 141 के तहत प्रकरण दर्ज करके रेल न्यायालय में पेश किया गया। वहां उनसे कुल 6 लाख 12 हजार 378 रुपये जुर्माना वसूल किया गया है।

रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आरपीएफ ने अप्रैल और मई में अनधिकृत रूप से खाने-पीने का सामान बेचने वाले 3033 वेंडरों पर कार्रवाई की। इन पर रेलवे एक्ट की धारा 144 के तहत कार्रवाई की गई। इन मामलों में रेलवे कोर्ट ने कुल 24 लाख 94 हजार 364 रुपये जुर्माना वसूल किया।

रेलवे के अनुसार पश्चिम मध्य रेलवे की महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। पश्चिम-मध्य रेल जोन में आरपीएफ द्वारा अनधिकृत रूप से खान पान के सामान बेचने, चेन पुलिंग करने, अवैध वेंडरों की जांच के लिए अभियान चलाया गया। आरपीएफ भोपाल, जबलपुर एवं कोटा मंडल द्वारा तीनों मंडलों के अलग-अलग स्टेशनों पर कार्रवाई करने विशेष टीमें गठित की गईं। हालांकि जनता को इससे राहत नहीं मिलती दिख रही, क्योंकि चेन पुलिंग से रेलगाड़ियां देर से चलती हैं। वहीं, अवैध वेंडरों द्वारा घटियां भोजन लेने के लिए यात्री मजबूर होते हैं।

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