ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंडिया वुमेंस की ऐतिहासिक जीत का पुरुष टीम से क्या है कनेक्शन? वजह जानकर उड़ जाएंगे होश

नई दिल्ली
इंडिया वुमेंस क्रिकेट के इतिहास के पन्नों में आज यानी 24 दिसंबर का दिन सुनहरे शब्दों में दर्ज हो गया है। दरअसल, मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए एकमात्र टेस्ट में भारत ने 8 विकेट से जीत दर्ज की। यह भारतीय महिला टीम की कंगारुओं के खिलाफ रेड बॉल क्रिकेट में पहली जीत है। लेकिन क्या आप जानते हैं पुरुष टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट जीत कब दर्ज की थी? शायद नहीं… आपकी जानकारी के लिए बता दें, पुरुष टीम ने भी आज ही के दिन 1959 में ऑस्ट्रेलिया को पहली बार धूल चटाई थी। जी हां, 24 दिसंबर को ही भारतीय पुरुष टीम को भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली जीत मिली थी। यह फैक्ट थोड़ा हैरान करने वाला है, मगर सही है।

गुलाबराय रामचंद की अगुवाई में भारत ने 1959 में ऑस्ट्रेलिया को पहली बार टेस्ट क्रिकेट में हराया था। जसुभाई पटेल की शानदार गेंदबाजी के दम पर भारत यह इतिहास रचने में कामयाब रहा था। इंडिया ने कंगारुओं को उस मैच में 119 रनों से शिकस्त दी थी। जसुभाई पटेल ने इस दौरान कुल 14 विकेट चटकाए थे और वह भारत की जीत के हीरो बने थे।

वुमेंस क्रिकेट में यह भूमिका स्पिनर स्नेह राणा ने निभाई। इस ऑफ स्पिनर ने पहली पारी में तीन तो दूसरी पारी में चार विकेट लेकर कुल 7 शिकार किए। स्नेह राणा को इस शानदार परफॉर्मेंस के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। बात मुकाबले की करें तो, टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 219 रनों पर सिमट गई। ताहलिया मैकग्रा एकमात्र अर्धशतक जड़ने वाली बैटर रही। वहीं भारत के लिए पूजा वस्त्राकर ने 4 तो स्नेह राणा ने 3 विकेट चटकाए। इस दौरान दिप्ती शर्मा को भी दो सफलताएं मिली।

ऑस्ट्रेलिया के 219 रनों के सामने भारत ने पहली पारी में स्मृति मंधाना (74), ऋचा घोष (52), जेमिमा रोड्रिग्स (73) और दिप्ती शर्मा (78) के अर्धशतकों के दम पर 406 रन बोर्ड पर लगाए। भारत ने पहली पारी के बाद मेहमानों पर 187 रनों की बढ़त हासिल की। ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में भारत से मात्र 74 रन ही आगे निकल पाई और पूरी टीम 261 के स्कोर पर सिमट गई। भारत ने इस स्कोर को 2 विकेट खोकर हासिल किया और इतिहास रचा।

 

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