गोरखपुर की छोहाड़ी देवी ने इतना बिजली बिल के विभाग के होश उड़ गए!

गोरखपुर

  उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक घरेलू महिला उपभोक्ता एक अरब 97 करोड़ रुपए की भुगतान कर्ता बन गई। हैरान मत होइए, आप जो पढ़ रहे हैं, उससे गोरखपुर से लेकर लखनऊ और वाराणसी तक हंगामा मच गया। नौसढ़ उपखंड पर बिजली का बिजली जमा करने पहुंची छोहाड़ी देवी ने बिल तो 4455 रुपए का जमा किया लेकिन सिस्टम और कर्मचारियों की लापरवाही से उन्हें एक अरब 97 करोड़ रुपए का रिसीविंग प्राप्त हुआ। जब इसकी सूचना गोरखपुर से लेकर लखनऊ और बनारस तक पहुंची तो आनन फानन में अभियंता द्वारा इसे सही कराया गया। तब कहीं जाकर सभी ने राहत की सांस ली।

बिजली निगम के ऑपरेटर की लापरवाही और सिस्टम की खामियों की वजह से छोहाड़ी देवी अचानक से अरबपति भुगतानकर्ता बन गई। छोहाड़ी देवी ने बुधवार को बिजली बिल का बकाया 4455 जमा किया और साथ में एक अरब 97 करोड़ रुपए की जमा रसीद लेकर घर गई। गुरुवार को जमा राशि की सूचना लखनऊ में बैठे चेयरमैन और वाराणसी में प्रबंध निदेशक को मिली तो उन्होंने इसकी जानकारी मांगी। आनन-फानन में अधिशासी अभियंता की आईडी से जमा राशि को दुरुस्त किया गया।

छोआड़ी देवी का घरेलू बिजली कनेक्शन है, बुधवार को वह बेटे के साथ नौसढ़ उपखंड कार्यालय पहुंची थीं, जहां उन्होंने कनेक्शन पर बकाया बिल जमा कराया था। बिल जमा करते वक्त सर्वर डाउन था, जैसे ही सर्वर शुरू हुआ कर्मचारियों ने उन्हें जमा रुपए की रसीद दे दी। जो की एक अरब 97 करोड़ रुपए की थी।

उसे लेकर जब वह घर आ गई, लेकिन शाम तक विभाग के कर्मचारी उनके घर पहुंचे और उनसे जमा बिल राशि की रसीद मांगने लगे तो वह घबरा गई। उन्हें लगा कि ना जाने उन से कौन सी गलती हो गई है। लेकिन असल माजरा जब उन्हें समझ में आया तो उन्होंने भी राहत की सांस ली।

मुख्य अभियंता अंशु कालिया का कहना है कि गलती से रसीद जारी होने पर तत्काल सुधार करना चाहिए, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया इस मामले में लापरवाही बरतने वालों पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। त्रुटि वश कैशियर द्वारा गलत अकाउंट नंबर डाल दिया गया, जिसकी वजह से सारी गड़बड़ी हुई है। बिल में सुधार कर लिया गया है। यह एक मानवीय भूल थी कर्मचारी और कैशियर को सख्त हिदायत दी गई है। आगे से कोई गलती होगी तो उनके खिलाफ ऐक्शन लिया जाएगा।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button