आदिवासियों के अधिकार का दमन कर रही सरकार : पारस सकलेचा
भोपाल । ( अपनी खबर )
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार आदिवासी समुदाय के हक अधिकार का दमन कर रही है। आदिवासी समुदाय को लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है।जिला प्रशासन भाजपा सरकार के इशारे पर रतलाम में विरोध प्रदर्शन करने वाले आदिवासी समुदाय के लोगों के साथ बदले की कारवाई कर रहा है। इसका प्रदेशभर में जोरदार विरोध किया जाएगा।
श्री सकलेचा ने कहा कि लोकतांत्रिक परंपरा में जनता का नेताओं से मिलना , घेराव करना , ज्ञापन देना या देने का प्रयास करना सामान्य बात है ।यदि जनप्रतिनिधियों के घेराव के समय अज्ञात असामाजिक तत्वों ने माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया तो वह निश्चित ही निंदनीय है ।
श्री सकलेचा ने सवाल किया कि क्या यह सब रतलाम जिला प्रशासन की सोची समझी साजिश नही है ? आदिवासीयो की रैली के बीच मे भाजपा के नेताओं ,जन प्रतिनिधि के वाहन क्या बिना सोचे समझे लाये गये ? उन्होंने कहा कि इस मामले में रतलाम जिला प्रशासन ने जिस तरीके से आदिवासी नेताओ को गिरफ्तार किया , उन पर एक दर्जन धाराओ मे मुकदमा दर्ज कराया , कोर्ट में सुनवाई के दौरान पूरे कोर्ट परिसर को छावनी बना दिया , वह क्या दर्शाता है ?
ऐसा लगता है कि भाजपा के जनप्रतिनिधि आदिवासी समुदाय के विरोध प्रदर्शन से घबरा गए हैं। विरोध प्रदर्शन करने वालों के साथ पुलिस , प्रशासन आतंकवादियों जैसा व्यवहार कर रहा है।पुलिस , प्रशासन ने आदिवासीयो के साथ अमानवीय व्यवहार किया है जो कि अनुचित और निंदनीय है।
श्री सकलेचा ने सवाल किया कि क्या आदिवासीयो का कोई लोकतांत्रिक अधिकार नहीं है ? जिला प्रशासन का यह व्यवहार समाज के बहुत बड़े तबके मे व्यवस्था के प्रति अविश्वास पैदा कर रहा है , जो लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है ।