मप्र में 2533 प्रत्याशियों के भाग्य से बनेगी सरकार

भोपाल

मध्यप्रदेश सहित चार राज्यों के चुनाव नतीजे कल आएगा। एग्जिट पोल में कुछ एजेंसियों ने मध्यप्रदेश में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने का अनुमान जताया है। वहीं कुछ सर्वे में कांगे्रस को बढ़त दिखाई गई है। एग्जिट पोल के उलझे हुए आंकड़ों के चलते सभी राजनीतिक दल नतीजों के बाद के लिए अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं। बहुमत के करीब होने की स्थिति में भी सरकार बनाने की कोशिशें की जाएंगी। मध्यप्रदेश में बहुमत की बाजी कौन कहां और कैसे पलटेगा इसके लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों के दिग्गज नेताओं की नजरे हैं।  
 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव मैदान में उतरे 2 हजार 533 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने कल 5 हजार 61 टेबलों पर सुबह आठ बजे से मतों की गिनती होगी। कल के परिणामों में पिछले चुनाव में एक हजार मतों से कम के मार्जिन से चुनाव जीते दस उम्मीदवारों और जिन नौ मंत्रियों के क्षेत्र में मतदान प्रतिशत घटा  है उन पर विशेष नजर रहेगी। साथ ही तीन केन्द्रीय मंत्रियों समेत दस से अधिक दिग्गजों की सीटों पर राजनीतिक दलों और मतदाताओं की नजर रहेगी। तीन दिसंबर को तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच सभी 52 जिला मुख्यालयों पर सुबह आठ बजे से सभी 230 विधानसभा सीटों पर मतों की गिनती होगी। इस बार डाक मतपत्रों की गिनती के लिए ईवीएम के मतों की गणना नहीं रोकी जाएगी।

भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल अपनी-अपनी सरकार बनने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। लेकिन फिर भी यदि यह स्थिति नहीं बनती हैं तो उस स्थिति को संभालते हुए अपनी सरकार बनाने के लिए दोनों ही दलों ने रणनीति बना ली है। भाजपा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, नरोत्तम मिश्रा ने भी मिलकर मतगणना के बाद की हर स्थिति को लेकर रणनीति बनाई है। यहां की हर स्थिति पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह, भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव नजर रखेंगे। वर्ष 2018 के चुनाव की स्थिति में पार्टी को क्या करना है, इस पर भी भाजपा ने अपनी रणनीति तय कर ली है। भाजपा अपने बागी उम्मीदवार जो जीते उन्हें अपने से दूर नहीं जाने देगी। उन्हें मनाने का काम तेजी से किया जा रहा है।

इन दिग्गजों के परिणामों पर विशेष नजर
सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व सीएम कमलनाथ विधानसभा चुनाव लड़ रहे तीन केन्द्रीय मंत्री समेत सात सांसदों जिनमें  नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, रीति पाठक, गणेश सिंह, उदयप्रताप सिंह राकेश सिंह, भाजपा के राष्टÑीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सर्वाधिक मतों से जीतने वाले रमेश मैंदोला और महिलाओं में सर्वाधिक मतों के अंतर से जीतने वाली इमरती देवी की सीटों पर नजर रहेगी।

इन सीटों पर पलट सकती है बाजी
मध्यप्रदेश में दस विधानभा सीटें ऐसी है जहां पिछले विधानसभा चुनावों की अपेक्षा इस बार जीत-हार की बाजी पलट सकती है। यहां पिछले विधानसभा चुनाव में जीते उम्मीदवारों की जीत का मार्जिन एक हजार से भी कम है। इन सीटोें के चुनाव परिणामों पर भाजपा और कांग्रेस दोनों के नेताओं की नजर है। इनमें सात सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार काफी कम मार्जिन से चुनाव जीते थे। ये फिर से भाजपा की झोली में जा सकती है।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button