राष्ट्रीय आदिवासी एकता मंच ने उठाई मांग गौरव दिवस के मौके पर बिरसा मुंडा को दिया जाए भारत रत्न
धार
राष्ट्रीय आदिवासी एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशवंत सिंह दरबार एवं राष्ट्रीय महासचिव राकेश मीणा ने भगवान बिरसा मुंडा के 15 नवंबर गौरव दिवस के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमू एवं प्रधानमंत्री से भगवान बिरसा मुंडा को भारत रत्न देने की मांग को लेकर राष्ट्रीय आदिवासी एकता मंच द्वारा राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को पत्र भेजा है पत्र में लिखा है कि देश में 11 करोड आदिवासी निवास करते हैं देश के आदिवासियो ने भगवान बिरसा मुंडा को भारत रत्न देने की मांग की है भगवान बिरसा मुंडा गरीबों, पीड़ितों, शोषितों के सच्चे मसीहा थे।उनके कल्याण के लिए संघर्षरत रहते हुए बलिदान दिया।
देश के स्वतंत्रता आंदोलन में उनका योगदान सर्वोपरि है। बिरसा मुंडा ने अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती दी थी और जनजातीय समुदाय को उनके खिलाफ एकजुट किया था। महज 25 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया था। भगवान बिरसा मुंडा को धरती आबा के नाम से जाना जाता है। वे देश के आधुनिक इतिहास के गौरव हैं। उन्होंने धरती आबा बिरसा मुंडा को भारत रत्न देने की मांग की जाती है।